देवीलाल के संघर्ष के साथियों को एकजुट करने में जुटे रणजीत सिंह

2/2/2020 12:48:26 PM

डेस्कः मनोहर सरकार में करीब अढ़ाई माह पहले कैबिनेट मंत्री बने पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौ.देवीलाल के बेटे चौ. रणजीत सिंह 32 वर्षों पश्चात सत्ता वापसी के बाद लौटे अपने अच्छे दिनों में अब चौ.देवीलाल के संघर्ष के दिनों के पुराने साथियों व उनके परिजनों को एकजुट करने व साथ जोड़कर उन्हें अच्छे दिनों का अहसास करवाने की कवायद में जुटे हैं। उनकी इस कवायद से न केवल उनका स्वयं का कॉडर मजबूत होता दिख रहा है,बल्कि भाजपा के लिए भी यह आगामी चुनावों के मद्देनजर एक अच्छा संकेत माना जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि बिजली, अक्षय ऊर्जा व जेल मंत्री बनने के करीब अढ़ाई माह के कार्यकाल में रणजीत सिंह ने जहां स्वयं के महकमों में नई पहलकदमी की,वहीं वह चौ.देवीलाल के समय के अपने संघर्ष के दिनों के साथियों व उनके परिजनों को भी साथ जोड़ रहे हैं। इस कड़ी में वह चौ.देवीलाल के गढ़ माने जाने वाले सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी, रोहतक, कैथल, कुरुक्षेत्र व यमुनानगर जैसे क्षेत्रों में लगातार दस्तक दे रहे हैं।

बेशक रणजीत सिंह आजाद विधायक बने,लेकिन भाजपा की तरफ उनका झुकाव पूरी तरह से बना नजर आने लगा है। इसका संकेत रणजीत सिंह यह कहकर भी दे चुके हैं कि क्योंकि कांग्रेस का ग्राफ देश में लगातार नीचे जा रहा है और क्षेत्रीय दलों को लोग पूरी तरह से नकार चुके हैं। ऐसे में उनके इस वक्तव्य से भविष्य में रणजीत सिंह के भाजपा के साथ जुडऩे की ही प्रबल संभावनाएं हैं। ऐसे में देवीलाल के पुराने साथियों को जोडऩे की कवायद और भाजपा से खिसक गए जाट वोट बैंक में अगर रणजीत सिंह कुछ हद तक सेंध लगाते हैं तो निश्चित रूप से आने वाले समय में यह कवायद भाजपा के लिए भी एक मजबूत आधार खड़ा कर सकती है।

Isha