बेटी की टिकट को लेकर राव इंद्रजीत सिंह कर सकते हैं पार्टी से बगावत

9/28/2019 9:03:55 AM

चंडीगढ़ (बंसल): 2014 के लोकसभा व विधानसभा चुनाव के दौरान अहीरवाल बैल्ट में भाजपा की राह आसान बनाने वाले केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत को अब बेटी की टिकट के लिए विद्रोही तेवर अपनाने पड़ गए हैं। कहा जाता है कि 2014 के विधानसभा चुनाव में उनकी सिफारिश में 12 टिकटें दी गई थीं जिनमें से अधिकांश प्रत्याशियों ने जीत हासिल की,लेकिन अब बदले हालातों में उन्हें अपनी ही बेटी के लिए बार-बार पार्टी हाईकमान का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है।

जानकारी अनुसार उन्होंने पार्टी हाईकमान को पत्र लिखकर भाजपा में वंशवाद की विस्तार से जानकारी दी है और उस जानकारी में बीरेंद्र सिंह सहित प्रदेश व केंद्र के कई नेताओं का नाम हैं, जिनके बच्चों या रिश्तेदारों को पद दिए गए। 
राव इंद्रजीत द्वारा हाईकमान को भेजे पत्र में कहा गया कि बीरेंद्र सिंह दूसरी बार राज्यसभा से सांसद हैं और उनके बेटे बृजेंद्र सिंह पहली बार लोकसभा से सांसद हैं इसके बावजूद भाजपा उनकी पत्नी प्रेमलता को दूसरी बार टिकट देने की तैयारी में है। पिछले चुनाव में भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. सुषमा स्वराज की बहन वंदना शर्मा को सफीदों से टिकट दिया था।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस पत्र में राव इंद्रजीत ने कृष्णपाल गुर्जर का जिक्र करते हुए कहा कि पिता केंद्र में मंत्री हैं तो बेटा फरीदाबाद में सीनियर डिप्टी मेयर है। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राम बिलास शर्मा पिछले चुनाव के समय भाजपा अध्यक्ष थे और पार्टी ने उन्हें महेंद्रगढ़ तो उनके समधी मूलचंद शर्मा को बल्लभगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा था। उन्होंने यह भी जिक्र किया है कि मनोहर सरकार में कविता जैन कैबिनेट मंत्री थी तो उनके पति राजीव जैन मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के पद पर रहे हैं। सरकार द्वारा पार्टी नेता जवाहर सैनी को जहां वन विकास निगम का चेयरमैन लगाया गया, वहीं उनकी पत्नी पूनम सैनी जींद नगर परिषद की चेयरपर्सन हैं। इस पत्र में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह, मेनका गांधी, मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत के नाम लेते हुए बताया गया है कि उक्त सभी नेताओं के परिजन भी सत्ता में भागीदार हैं।

Isha