फिर से होगा जाट आंदोलन, 23 दिसंबर को जसिया में बैठक करेंगे यशपाल

12/17/2017 5:13:20 PM

गोहाना(सुनील जिंदल): हरियाणा में जाट समुदाय आरक्षण के लिए एक बार फिर से आंदोलन की तैयारी कर रहा है। 23 दिसंबर को जसिया में प्रदेश स्तरीय बैठक कर यशपाल मलिक इस राष्ट्रव्यापी आंदोलन की रूपरेखा को जाटों को समझाएंगे। सरकार द्वारा पेश किए गए नौकरियों के आंकडों को लेकर 31 दिसंबर से पहले यशपाल मलिक द्वारा जाटों का पक्ष रखा जाएगा। यशपाल मलिक की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है जो हरियाणा पिछड़ा आयोग को पक्ष पेश करेगी। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक गोहाना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह जानकारियां दी।

आंदोलन की रूपरेखा के लिए बैठक 23 को
जाट नेता यशपाल मलिक ने बताया कि, 23 दिसंबर को जसिया में समिति की प्रदेश स्तरीय बैठक बुलाई गई है। जिसमें आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार से छह मुद्दों पर समझौता हुआ था, जिनमें से केवल दो मुद्दे आरक्षण के हैं जबकि बाकि नौकरियों व युवकों पर दर्ज मामले वापिस लेने के हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जो आंकड़े पेश किए गए हैं वे ज्यादा चौंकाने वाले नहीं हैं। समिति द्वारा उसकी समीक्षा की जा रही है, उन्होंने सरकार से मांग की है कि आयोग के समक्ष सामाजिक व शैक्षणिक पिछड़़ेपन की रिपोर्ट भी पेश करें। उन्होंने कहा कि, सरकारी नौकिरयां किसी जाति को आरक्षण देने का आधार नहीं है। 



राजनीति में नहीं जाएंगे मलिक
जाट नेता यशपाल मलिक की राजनीति में जाने की कोई योजना नहीं है। पत्रकार वार्ता के दौरान उनसे पूछा गया था कि क्या वह इनेलो की टिकट पर लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं? तो उन्होंने कहा कि, सोनीपत तो दूर वह जीवन भर कहीं से भी कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह समाज कार्य करने के लिए आगे आए हैं।

चंदे में हेरा-फेरी के आरोप लगाने पर सांसद सैनी को दिया जवाब
कुरुक्षेत्र के सांसद राजकुमार सैनी द्वारा चंदे में हेराफेरी करने के आरोप पर यशपाल मलिक ने तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि राजकुमार सैनी को हमसे कोई लेना-देना नहीं है। मलिक ने कहा कि चंदे को अनेक बार हिसाब दिया जा चुका है, उसके बाद भी सरकार के इशारे पर आंदोलन को विफल करने के लिए बार-बार इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, सांसद राजकुमार सैनी सरकार के इशारे पर रैलियां कर रहे हैं। सरकार को ऐसे लोगों पर आरोप लगाना चाहिए, जिससे समाज का भाईचारा खराब होता है। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को रोहतक के जसिया में जाट रैली की गई, उसी दिन सरकार सय पर राजकुमार सैनी ने जींद में रैली की  थी।