पूर्व नगर परिषद प्रधान को महंगा पड़ा लाल बती का चस्का

8/5/2017 2:40:22 PM

फतेहाबाद(गौतम तारिफ):भले ही सरकार की ओर से वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए लाल बती का प्रयोग चुनिंदा लोगों के लिए रखा गया हो, लेकिन अभी भी कई नेता जनता पर रौब झाड़ने के लिए लाल बती का प्रयोग करते नजर आते हैं। फतेहाबाद शहर में ऐसा ही मामला देखने को मिला जब शहर के पूर्व नगर परिषद प्रधान विरेंद्र नारंग रात को अपनी गाड़ी पर लाल बती लगाकर शहर में घुमते हुए नजर आए। 

इस बात की सूचना जब लोगों की ओर से एसपी कुलदीप सिंह को दी गई तो पुलिस हरकत में आ गई और बस स्टेंड पर विरेंद्र नांरग की लाल बती लगी गाड़ी को रुकवा लिया गया। शहर थाना प्रभारी की ओर से गाड़ी को रुकवाते ही नेता जी बैक फुट पर आ गए और जनता के सामने फजीहत न झेलनी पड़े इसके लिए उनकी ओर से माफी मांगी गई। 

एस.एच.ओ. सोमवीर से विरेंद्र नारंग माफी मांगने लगे और छोड़ने की बात करने लगे। विरेंद्र नारंग ने खुद अपने हाथों से लाल बती गाड़ी से उतार ली, लेकिन शहर पुलिस की ओर से लाल बती उनसे लेकर जब्त कर ली गई और उनकी गाड़ी का चालान कर दिया गया। सूत्रों की मानें तो विरेंद्र नारंग शराब पीकर गाड़ी चला रहे थे, लेकिन उनकी पुरानी पैठ के चलते पुलिस ने उन्हें सिर्फ चालान काटकर ही जाने दिया। 

उल्लेखनीय है कि प्रह्लाद सिंह गिलखेड़ा के विधायक रहते हुए विरेंद्र नारंग कांग्रेस सरकार में नगरपरिषद के प्रधान रहे थे। कांग्रेस सरकार के अंतिम दिनों में विरेंद्र नारंग के व्यवहार और कार्यशैली के खिलाफ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर उनको कुर्सी से हटा दिया था। नारंग इसके अलावा एक बार अस्पताल में शराब पीकर हंगामा करने को लेकर भी सुर्खियों में आए थे।