सिर्फ नाम की सरपंच हैं रीना देवी, देवर करता है सरपंची, 487 एकड़ जमीन किया है अवैध कब्जा!

3/13/2020 8:54:32 PM

पानीपत (सचिन): पानीपत के गांव नन्हेड़ा में 487 एकड़ विवादित जमीन को लेकर नन्हेड़ा गांव के करीब 200 ग्रामीण जिला उपायुक्त हेमा शर्मा से मिलने पहुंचे। ग्रामीणों ने दबंग लोगों समेत सरपंच से विवादित जमीन को छुड़वाने की गुहार लगाई। ग्रामीणों के मुताबिक डीसी ने पूरे मामले की गहनता से जांच करने के आश्वासन दिया, इतना ही नहीं सरपंच के ही परिवार के एक सदस्य ने सरपंच पर संगीन भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। 

शिकायतकर्ता संसार सिंह ने सरपंच पर विकास कार्यों समेत गांव में लगाए गए नलों में 11 लाख रुपए की गड़बड़ी करने के आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि सरपंच द्वारा सूचना पट पर 11 लाख के नल लगाए जाने की जानकारी दी गई है, लेकिन गांव में एक भी नल नहीं लगाया गया। वहीं संसार सिंह ने सरपंच पर गांव में जोहड़ की जमीन को भी दबाने के आरोप लगाए।

क्या है पूरा मामला 
दरअसल, साल 1942 में विवादित 487 एकड़ जमीन की चकबंदी की गई थी। ग्रामीणों के मुताबिक चकबंदी अवैध तरीके से की गई थी। 487 एकड़ भूमि में से 130 एकड़ भूमि मुसलमानों के नाम बताई जा रही है, जो पाकिस्तान चले गए थे। उसके बाद यह जमीन किसी भी व्यक्ति के नाम नहीं है। अगर रिकॉर्ड की बात की जाए तो जमीन आज भी उन्हीं मुसलमान परिवारों के नाम है। 



ग्रामीणों के मुताबिक आज तक विवादित जमीन पर किसी भी मुस्लिम परिवार ने अपना होने का दावा नहीं किया है। आरोप है कि सरपंच और गांव के दबंग लोगों द्वारा इस जमीन पर कब्जा किया गया है। अपनी सहूलियत के मुताबिक सब ने अपनी मनमर्जी से जमीन को बांट रखा है। 

ग्रामीणों का दावा है कि वे भी जमीन के हिस्सेदार हैं या तो जमीन उनको भी बराबर हिस्से में बांटी जाए या फिर पूरी विवादित जमीन को पंचायत के नाम कर दिया जाए, ताकि गांव में इस जमीन पर विकास कार्य करवाए जा सकें। ग्रामीणों ने बताया कि इस विवादित जमीन से गांव में हमेशा तनाव का माहौल बना रहता है। इससे पहले भी गांव में एक बार झगड़ा हो चुका है। 

विवादित जमीन के सवाल पर हक्की-बक्की रह गई सरपंच
इस बारे में नन्हेड़ा गांव की सरपंच से बातचीत की तो उनसे इस मामले के बारे में कोई जानकारी ही नहीं मिली। विवादित 487 एकड़ जमीन के बारे में पूछा और सवाल किया तो सरपंच साहब हक्का-बक्का रह गई,क्योंकि उन्हें कोई जानकारी ही नहीं थी। वहीं जब सरपंच से 11 लाख रुपए के नलों के भ्रष्टाचार के आरोप पर सवाल किया तो सरपंच साहिबा जवाब देने के बजाय इधर-उधर ताकने लगी। 

पेशे से वकील देवर करता है सरपंची का काम
ग्रामीणों का कहना है कि गांव की सरपंच रीना देवी गांव की सिर्फ नाम मात्र की सरपंच हैं, क्योंकि गांव की सरपंची उनके देवर कर रहा है, जो पेशे से एक वकील है। जिन्होंने 487 एकड़ भूमि पर कब्जा किया हुआ है, लेकिन सरपंच को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। यह भी बड़े हैरत की बात है कि सरपंच कोई और है और सरपंच का काम कोई और कर रहा है।

Shivam