लापरवाही: डिलीवरी के समय गर्भवती को कर दिया रेफर, नवजात बच्ची की हुई मौत

6/7/2021 10:44:13 PM

रोहतक (दीपक भारद्वाज): अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही के मामले अकसर सामने आते रहते हैं। लेकिन रोहतक के सिविल अस्पताल के डॉक्टर्स ने तो लापरवाही की हद ही पार कर दी। जिस वक्त महिला की डिलीवरी होने वाली थी और उसकी हालत गंभीर थी, उसे उसी वक्त रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया गया। देर रात परिजन बमुश्किल पीजीआई पहुंचे, जहां महिला की डिलीवरी तो करा दी गई, लेकिन तब तक नवजात की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया, जबकि पीजीआई प्रबंधन ने इस पूरे मामले की जांच की बात कही।

रोहतक में तैनात होमगार्ड जवान सोनू ने बताया कि उसकी पत्नी पिंकी को डिलीवरी के लिए शनिवार को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिन में सब कुछ सामान्य था, लेकिन रात को जब उसकी डिलीवरी का वक्त आया तो कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। उसकी पत्नी की हालत बिगड़ने लगी तो यहां के स्टॉफ ने उसे पीजीआई के लिए रेफर कर दिया। उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी, आनन-फानन में एंबुलेंस मंगवाकर पीजीआई लेकर गए, रात के तकरीबन साढ़े 11 बज चुके थे। वहां जाने के बाद डॉक्टर ने कहा कि आपकी बच्ची की डेथ हो चुकी है, जब उनसे कारण पूछा तो बोले सिविल अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही है, उन्हीं से जाकर पूछो।

इसके बाद रात डेढ़ बजे हम सिविल अस्पताल गए तो उस वक्त वहां पर डॉक्टर आए थे, इससे पहले वहां पर कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। हमें इंसाफ चाहिए और दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में किसी के साथ इस तरह की लापरवाही ना बरतें।

वहीं इस बारे में पीजीआई की चिकित्सा अधीक्षक डा. पुष्पा दहिया का कहना है कि हमारे डॉक्टर ने तो पहले महिला की डिलीवरी कराई थी, उसके बाद उसका रजिस्ट्रेशन किया था। महिला की हालत बेहद खराब थी और ऐसे हालात में उसे रेफर नहीं किया जा सकता। इस मामले में सिविल अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है और इसको लेकर पीजीआई मेडीकल भी सिविल सर्जन को पत्र लिखेगा और इस पूरे मामले की जांच की जाएगी।
 

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Content Writer

vinod kumar