रजिस्टर्ड बेरोजगार, प्रदेश में रोहतक पहले तो दूसरे नम्बर पर करनाल

1/13/2018 12:23:45 PM

जींद(ब्यूरो):रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या के मामले में पूर्व सी.एम. भूपेंद्र हुड्डा और वर्तमान सी.एम. मनोहर लाल का पैतृक जिला रोहतक टॉप पर है तो वर्तमान सी.एम. मनोहर लाल के चुनाव क्षेत्र का जिला करनाल दूसरे नम्बर पर है। वहीं, जींद प्रदेश के टॉप 4 जिलों में शामिल है। इसी प्रकार सक्षम युवाओं को काम देने के मामले में अम्बाला प्रदेश में सबसे आगे है। बेरोजगारी से लेकर बेरोजगारी भत्ता देने और सक्षम युवाओं को काम देने के हरियाणा विधानसभा सचिवालय के अप्रैल 2015 से अगस्त 2017 तक के आंकड़ों से यह तस्वीर उभरकर सामने आ रही है। जुलाना के इनैलो विधायक परमेंद्र ढुल ने विधानसभा सचिवालय से जानकारी मांगी थी कि अप्रैल 2015 से अगस्त 2017 तक प्रदेश में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या, बेरोजगारी भत्ता पाने वालों की संख्या और सक्षम युवाओं को काम दिए जाने को लेकर स्थिति क्या है। 

अब उन्हें जानकारी मिली है कि रोहतक में विभिन्न रोजगार कार्यालयों में दर्ज बेरोजगारों की संख्या 35,328 है। करनाल में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 34,095 है। हिसार में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 32,135 और जींद में 31,817 है। यमुनानगर में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 30,015 है तो पानीपत में यह संख्या 26,196 है। सबसे कम रजिस्टर्ड बेरोजगार पलवल में हैं। इनकी संख्या 6,556 है।

बेरोजगारी भत्ते, सक्षम युवाओं को काम देने में भिवानी टॉप पर
अप्रैल 2015 से अगस्त 2017 के बीच रजिस्टर्ड बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने और सक्षम युवाओं को काम देने के मामले में भिवानी टॉप पर रहा। इस दौरान भिवानी में 2,685 बेरोजगारों को भत्ता मिला। 3,180 सक्षम युवाओं को काम दिया गया। इसमें गुरुग्राम सबसे नीचे रहा। जिले में केवल 59 बेरोजगारों को भत्ता मिला और 93 सक्षम युवाओं को काम दिया गया। 

सक्षम युवाओं को काम देने के मामले में अम्बाला सबसे आगे
अप्रैल 2015 से अगस्त 2017 तक सोनीपत में सबसे ज्यादा 2784 रजिस्टर्ड बेरोजगारों को मिला रोजगार

सरकार बेरोजगारी दूर करने को लेकर गंभीर : सैनी
भाजपा के प्रदेश सचिव जवाहर सैनी ने कहा कि प्रदेश सरकार बेरोजगारी दूर करने को लेकर गंभीर है। सरकारी क्षेत्र के अलावा निजी क्षेत्र में रोजगार और स्व-रोजगार को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने अनेक योजनाएं लागू की हैं। सक्षम युवाओं को रोजगार देने में सरकार लगी हुई है। बेरोजगारी के लिए प्रदेश में अतीत में सत्ता में रही पार्टियां जिम्मेदार हैं।

एक दशक का श्वेत पत्र जारी करे सरकार : ढुल
इनैलो विधायक परमेंद्र ढुल ने प्रदेश सरकार से मांग की कि वह पिछले एक दशक में सरकारी नौकरियों को लेकर श्वेत पत्र जारी करे। इसमें बताया जाए कि किस जिले में कितनी नौकरियां एक दशक में मिली। उन्होंने कहा कि हरियाणा में रोजगार कार्यालय में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक 4,96,625 रजिस्टर्ड बेरोजगार हैं। भाजपा ने वायदा किया था कि वह बेरोजगारों को रोजगार देगी। रोजगार नहीं दे पाने की सूरत में बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देगी। हकीकत यह है कि भाजपा ने न तो रोजगार दिया और न ही बेरोजगारी भत्ता दे रही है। जींद के साथ पहले कांग्रेस ने विकास और रोजगार में भेदभाव किया, अब भाजपा कर रही है।