जल ही जीवन योजना के तहत रादौर में अब तक हुआ 492 किसानो का पंजीकरण

5/30/2019 3:39:15 PM

यमुनानगर (कुलदीप सैनी) - प्रदेश में लगातार गिरते भू जलस्तर को बचाने के लिए सरकार ने जल ही जीवन है योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत पायलट प्रोजैक्ट के तहत प्रदेश के डार्क जोन वाले 7 जिलों के 8 ब्लाकों को शामिल किया गया है। इन ब्लाकों में 50 हजार हेक्टेयर भूमि पर मक्का फसल की पैदावार का लक्ष्य भी निर्धारित किया है।

अहम पहलू यह है कि किसानों को सरकारी की तरफ से बीज नि:शुल्क दिए जाएंगे, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की किश्त सरकार द्वारा वहन की जाएगी और 2 हजार रुपए की सबसीडी दो किश्तों में 31 अगस्त से पहले सीधे किसानों के खातों में डाल दी जाएगी। इतना ही नहीं राज्य सरकार द्वारा मक्के की फसल को निर्धारित मुल्य पर खरीदा भी जाएगा। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी किसानो को योजन के साथ जोड़ने का कार्य कर रहे है। प्रथम चरण में रादौर को भी पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर इस योजना में शामिल किया है। रादौर को पिछले लम्बे समय से डार्क जोन घोषित किया गया है, यहाँ पर भू जलस्तर लगातार गिर रहा है।

खंड कृषि अधिकारी राकेश अग्रवाल ने बताया की रादौर में योजना से किसानो को जोड़ने के लिए 82 गांव के आठ क्लस्टर बनाए गए है, कृषि विकास अधिकारी गांव गांव जाकर किसानो को इस योजना से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहा है। इस योजना में खंड रादौर में विभाग का लक्ष्य 2500 एकड़ हैक्टेयर का है। अब तक रादौर खंड में  492 किसानो का ऑफलाइन व 68 का ऑनलाइन पंजीकरण किया गया है। वही किसानो ने भी सरकार की इस योजना का स्वागत किया है। किसान भी मानते है की धान की फसल में पानी का ज्यादा दोहन होने से जलस्तर पर इसका असर पड़ता है। समय रहते अगर किसानो ने जल के महत्व को नहीं समझा तो आने वाले दिनों में जल संकट की समस्या का भी सभी को समाना करना पढ़ सकता है। 

Isha