दूरसंचार कंपनियों की सितंबर तिमाही एजीआर में रिलायंस जियो शीर्ष पर: ट्राई डाटा
11/29/2018 5:26:24 PM
नई दिल्ली: रिलायंस जियो, चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) के मामले में शीर्ष पर रही है। इस अवधि में जियो का एजीआर 8,271 करोड़ रुपए रहा है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, हाल में विलय करने वाली वोडाफोन आइडिया का एजीआर या मोबाइल सेवाओं से आय 7,528 करोड़ रुपए रही है। भारती एयरटेल 6,720 करोड़ रुपए के एजीआर के साथ तीसरे स्थान पर रही है।
सरकार का दूरसंचार कंपनियों से लाइसेंस और अन्य शुल्कों से मिलने वाला राजस्व हिस्सा एजीआर के आधार पर ही तय होता है। जुलाई-सितंबर की तिमाही में बीएसएनएल का एजीआर 1,284.12 करोड़ रुपए रहा। इससे पिछली अप्रैल-जून तिमाही में एकल आधार पर जियो इस सूची में 7,125.7 करोड़ रुपए के एजीआर के साथ पहले स्थान पर थी। हालांकि, उस समय विलय की प्रक्रिया में चल रही वोडाफोन और आइडिया का संयुक्त एजीआर जियो से अधिक यानी 8,226.79 करोड़ रुपए था।
अलग अलग बात की जाए तो वोडाफोन का एजीआर 4,483.69 करोड़ रुपए और आइडिया का 3,743.1 करोड़ रुपए था। भारती एयरटेल का एजीआर 6,723.5 करोड़ रुपए था। जहां तक सकल राजस्व की बात है, तो वोडाफोन आइडिया 13,542 करोड़ रुपए के साथ सबसे ऊपर रही। एयरटेल का स्थान 11,596 करोड़ रुपए के साथ दूसरा और 10,738 करोड़ रुपए के सकल राजस्व के साथ जियो तीसरे स्थान पर रही। ट्राई के अनुसार, जियो ने 11 दूरसंचार सर्किलों में से 11 में एजीआर बाजार हिस्सेदारी में प्रमुखता प्राप्त की है, वहीं एयरटेल 6 और वोडाफोन आइडिया 5 टेलीकॉम सर्किलों में अग्रणी रहा है।