जाट आंदोलन में मारे गए पीड़ितों के लिए राज्य मंत्री ने लिया बड़ा फैसला

3/25/2017 9:47:44 AM

चंडीगढ़ (बंसल):जाट आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी के नेतृत्व में गठित 4 सदस्यीय कमेटी की करीब 3 घंटे चली बैठक में सरकार और आंदोलनकारियों के बीच हुए समझौते को लागू करने पर गहन मंथन किया गया। बैठक में इस बात पर विचार हुआ कि ऐसे लोगों के परिजनों को उनके आसपास के क्षेत्रों में ही पक्की सरकारी नौकरी दी जाएगी। बैठक हरियाणा निवास में हुई।

नौकरी के लिए इंटरव्यू की भी रहेगी प्रक्रिया
राज्य मंत्री बेदी के अनुसार नौकरी देने वाले संस्थान बोर्ड, निगम, विश्वविद्यालय और सरकारी दफ्तर हो सकते हैं। ऐसे संस्थानों में पहले खाली पदों का पता करवाया जाएगा। फिर विज्ञापन निकालकर आवेदन मांगे जाएंगे। इंटरव्यू की प्रक्रिया भी रहेगी। यानी पीड़ित लोगों के परिजनों को विशेष राहत प्रदान करते हुए पूरी प्रक्रिया अपनाते हुए पक्की नौकरी दी जाएगी। वहीं बैठक में तय हुआ कि जिन पीड़ित अथवा घायलों के परिजनों को मुआवजा नहीं मिला है, वे अपने आवेदन और लिस्ट संबंधित जिलों के डी.सी. को तुरंत मुहैया करवा दें, जिससे कि लंबित मुआवजा भी जारी किया जा सके। बेदी कमेटी की अगली बैठक 5 अप्रैल को हरियाणा निवास चंडीगढ़ में ही शाम 4 बजे रखी गई है।