गुरुग्राम में 2 समुदायों के बीच खूनी झड़प, धार्मिक बवाल से इलाके में तनाव, भारी पुलिस बल तैनात

2/7/2023 9:22:23 AM

गुरुग्राम(पवन कुमार) : पटौदी में सोमवार देर रात हिंदू-मुस्लिम विवाद के कारण पूरे क्षेत्र में तनाव हो गया। बताया जा रहा है कि मुस्लिम दबंगों ने भीड़ का रूप लेकर एक दलित परिवार पर उस वक्त हमला कर दिया जब बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता उनकी मदद के लिए गए थे। भीड़ ने घर पर पथराव करने के साथ ही जमकर तोड़फोड़ की। घर के पास खड़ी गाड़ियों को भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। यही नहीं दबंगों द्वारा कई राउंड फायरिंग भी की गई। इस गोलीबारी में एक व्यक्ति को गोली लगी है, जिसे इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया है। फिलहाल स्थिति को संभालने के साथ ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

 

 

मुस्लिम समुदाय के लोगों पर हिंदू परिवार को तंग करने का आरोप

जानकारी के अनुसार पटौदी के बाबर शाह मोहल्ले में रहने वाले राकेश के परिवार को कुछ दबंग लोग काफी लंबे समय से परेशान कर रहे थे। आरोप है कि मुस्लिम समाज के इन दबंग लोगों द्वारा परिवार को हथियार दिखाकर इस कदर प्रताड़ित किया गया था कि उन्होंने पिछले एक सप्ताह से घर से बाहर निकलना ही बंद कर दिया। यही नहीं आरोपियों द्वारा पीड़ितों के घर के बाहर हथियार लहराने व परिवार को धमकी देने की वीडियो भी वायरल हुई थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। इन दबंगों से छुटकारा पाने के लिए राकेश ने अपने कुछ परिचितों को रेवाड़ी में फोन किया, जिन्होंने सोमवार को इसकी सूचना बजरंग दल को दी। इस सूचना पर बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता सोमवार रात करीब साढ़े 9 बजे पटौदी के बाबर शाह मोहल्ले में पीड़ित परिवार से बात करने पहुंचे। अभी बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता राकेश व उनके परिवार से बात कर ही रहे थे कि अचानक भीड़ ने घर पर पथराव करने के साथ ही तोड़फोड़ शुरू कर दी। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इसकी सूचना पुलिस को देते हुए परिवार की महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास किया।

 

 

पहले भी दर्ज करवाई गई थी शिकायत, पुलिस ने नहीं की कार्रवाई

बताया जा रहा है कि हमलावरों की संख्या 250 से भी ज्यादा थी। वारदात के कारण आसपास के घरों में रहने वाले लोगों में भी दहशत का माहौल है। सूचना मिलने के 10 मिनट बाद ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और पीड़ित परिवार को सुरक्षा के बीच पटौदी थाने में पहुंचाया। सूचना मिलते ही एसीपी व डीसीपी स्तर के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने पीड़ित परिवार द्वारा शिकायत देने पर इस मामले में एफआईआर तो दर्ज कर ली थी, लेकिन उस समय आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। यदि पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो 6 फरवरी को हुए उत्पात को शायद रोका जा सकता था। वहीं इस घटना के बाद भी पुलिस ने पीड़ित पक्ष की शिकायत के आधार पर मामला मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि एसीपी व डीसीपी स्तर के अधिकारी अभी भी इस बवाल को लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan