नपुंसक डेराप्रेमियों का बयान दर्ज- ''हनीप्रीत दीदी'' ने बनाई पंचकूला जलाने की योजना

12/1/2017 4:58:48 PM

पंचकुला(धरणी): डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह को दोषी करार दिए जाने के दौरान भड़की हिंसा के मामले में पुलिस एसआईटी ने सीबीआई कोर्ट में चालान किया है। इस चालान में पंचकूला दंगे के बारे में पूरी डिटेल के साथ दो नपुंसक डेराप्रेमियों का बयान भी दर्ज किया गया है। चालान में दर्ज बयान नपुंसक डेराप्रेमी दान सिंह और राकेश कुमार के हैं। जिसमें उन्होंने यह कबूल किया है कि, हनीप्रीत दीदी ने गुरमीत के खिलाफ फैसला आने के पहले ही पंचकूला को जलाने की योजना तैयार कर ली थी।

दान सिंह का बयान: 25 अगस्त को पंचकुला में ही था
पुलिस एसआइटी द्वारा कोर्ट में पेश किए गए चालान के अनुसार दान सिंह ने अपने बयान में बताया कि, मैंने 1997 में अपना घर-परिवार त्यागकर डेरा सच्चा सौदा सिरसा में रहने लगा। डेरे में सेवा के नाम पर पहले स्पोट्र्स विंग में पूरी लगन के साथ काम किया। मेरे काम को देखते हुए डेरे में मेरा पुरुषत्व खत्म करवाकर साल 2007 को मुझे डेरे की कानूनी विंग के कार्य को सौंप दिया गया। इसके बाद मैं चंडीगढ़ में रहकर डेरा प्रमुख के केसों की पैरवी करता था। यौन शोषण के मामले राम रहीम के खिलाफ सीबीआई कोर्ट के 25 अगस्त को आए फैसले के दौरान भी मैं यहीं मौजूद था। इससे पहले मैं डेरा सच्चा सौदा सिरसा में हनीप्रीत दीदी और आदित्य इंसां, दिलावर सिंह, पवन इंसां, महिंद्र सिंह, गोपाल, जसबीर सिंह, गोबी राम, सहित सभी संपर्क में था।

राकेश कुमार का बयान: हनीप्रीत और आदित्य इंसां ने बनाई थी दंगे की योजना
कोर्ट में पेश चालान में राकेश कुमार के बयान के अनुसार, मैंने(राकेश) 7-8 साल की उम्र में ही वर्ष 1980 में डेरा सच्चा सौदा सिरसा में नामदान ले लिया था। 1996 में मैं डेरा सिरसा में आया और मुझे लंगर की सेवा का काम दिया गया। अटूट भक्त बनने के कारण 2000 में डेरा के आदेशानुसार मुझे नपुंसक बना दिया गया। मुझे डेरा प्रमुख के साथ रहने की ड्यूटी दी गई। मैं उनके साथ रहता था। इसके कारण डेरे में बनने वाली सभी योजनाओं के बारे में मुझे जानकारी होती थी। डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह के खिलाफ 25 अगस्त को आने वाले पंचकूला की सीबीआई कोर्ट के फैसले को लेकर दिनांक 17 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा में मीटिंग रखी गई थी। ये मीटिंग दीदी हनीप्रीत, आदित्य इंसां की अध्यक्षता में की गई थी। इस मीटिंग में ही पंचकूला में फैसला गुरमीत के खिलाफ आने पर दंगा करने की योजना बनाई गई थी।

सीबीआई कोर्ट में पेश चालान के प्रमुख तथ्य
चालान में पंचकूला पुलिस ने साफ किया कि गुरमीत के खास लोगों ने ही पंचकूला को जलवाया। सिरसा डेरे में हुई मीटिंग के बाद ही अहम लोगों को पेट्रोल, डीजल और छत्तरियां लेकर आने के लिए कहा गया था। पुलिस ने चालान में सभी गवाहों की लिस्ट दी है। इसमें बताया गया है कि गवाहों के सामने सारे प्रूफ को रखा गया है। अब इस केस में आदित्य इंसां के पकड़े जाने के बाद सप्लीमेंट्री चालान को पेश किया जाएगा। वहीं पुलिस के पास 25 अगस्त को हुए इस सारे मामले में इन सभी आरोपियों की आपस में होने वाली कॉल का भी रिकॉर्ड है। जिसे चालान के लिए लगाया गया है, ताकि केस को मजबूत दिखाया जा सके। चालान में गुरमीत को आरोपी नहीं बनाया है। जबकि देशद्रोह के मुख्य आरोपी गुरमीत के सबसे खास हैं, जो उसे बताए बिना कुछ भी नहीं करते थे।