गर्भवती महिलाओं की हुई मौत को लेकर एस.एम.ओ. गुहला को सौंपा ज्ञापन

11/19/2020 11:06:30 AM

गुहला-चीका: महावीर दल संस्था समाजिक लोगों द्वारा व दानवीर सज्जनों के सहयोग से निरंतर चल रही है लेकिन जहां लाखों करोड़ों रुपए दान में चंदा इक_ा होता हैं वहां तो इलाज नि:शुल्क व नाम मात्र चंद रुपए में होना चाहिए, लेकिन अधिकांश कई वर्षों से लगातार महावीर दल संस्था में डॉक्टरों द्वारा गरीबों के शोषण और बेवजह अपने लालच के लिए महिला डॉक्टर नॉर्मल डिलीवरी को भी बड़े ऑपरेशन करके सिर्फ  अपने कथित लालच के लिए वह पीड़ित के शारीरिक दुखों व पीड़ा को नहीं समझ रहे हैं।

उक्त आरोप जिला यूथ आईकॉन प्रमुख समाज सेवी नोदी चीका पत्रकारों से बातचीत करते हुए लगाया। पीड़ित परिवार के सदस्य परमजीत व नोदी चीका ने एस.एम.ओ. डा. प्रीति गर्ग को एक लिखित शिकायत देकर महावीर दल संस्था में तैनात महिला डाक्टर की बड़ी लापरवाही से उसकी गर्भवती पत्नि व बच्चे की मृत्यु हुई है और जांच की मांग की है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि उक्त संस्था के डाक्टर मरीज को कुछ उन्होंने कहा कि डॉक्टर तो भगवान का रूप होते हैं लेकिन इस तरह डॉक्टर को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। पीड़ित परिवार के सदस्य ने इस संबंध में मंत्री अनिल विज को भी एक पत्र भेजकर सारे मामले की जांच की गुहार लगाई है।

उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि यदि इसमें कोई भी प्रशासनिक अधिकारी कार्रवाई नहीं करते तो वह महावीर दल में पीड़ित परिवारों सहित धरना देंगे और महावीर दल पर ताला जडऩे का काम करेंगे। नोदी चीका ने कहा कि जो भी गर्भवती महिलाएं उक्त संस्था में इलाज के लिए आती है तो उनके लिए बाहर से डॉक्टर को बुलाकर डिलीवरी करवाई जाती है। आश्चर्य तो इस बात का है कि जब उक्त संस्था ने वेल क्वालीफाइड डाक्टरों को तैनात किया हुआ है तो फिर डिलीवरी के समय बाहर से डाक्टरों को बुलाना कहा का औचित्य है। इससे यह साफ  जाहिर होता है कि महावीर दल संस्था तैनात डॉक्टरों का अनुभव कम है। आरोप है कि उक्त संस्था में डाक्टरों द्वारा गर्भवती महिलाओं की आड़ में दलालों के माध्यम से जो यह गौरखधंधा खोल रखा है गुहला की जनता इसे कभी सहन नहीं करेगी। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों में आपसी कंपटीशन होने की वजह से इसका खामियाजा मरीजों को भुगताना पड़ रहा है।

शिकायतकर्ता का यह भी आरोप है कि गर्भवती महिलाओं का बिना जरूरत के और बिना सोचे समझे अपने लालच में बड़ा ऑपरेशन कर दिया जाता है। कई बार तो बहुत सी शोषण हुई महिलाओं ने अपनी कोख में ही महिला डॉक्टर की लापरवाही व लालच की वजह से पेट में मृत बच्चे को जन्म दिया है। नोदी चीका ने कहा कि दलालों के सहायता से ग्रामीण क्षेत्रों से गर्भवती महिलाओं को अपने अधीन इलाज के लिए बुलाकर नॉर्मल डिलीवरी को भी ऑपरेशन करके सिर्फ  लालच तो महिला डॉक्टर का पूरा हो जाता है लेकिन गर्भवती महिला के दुख और पीड़ा से उन्हें कोई भी मतलब नहीं है, जिसको लेकर नोदी चीका गरीब दंपत्ति के परिजनों ने डी.एस.पी. गुहला से मिलकर जिस भी महिला डॉक्टर ने लापरवाही की उसके खिलाफ  तुरंत प्रभाव से निष्कासित करने व कानूनी प्रक्रिया के हिसाब से कार्रवाई करने की मांग की है। 

क्या कहना हैं महावीर दल संस्था की डाक्टर का
इस संबंध में जब महावीर दल संस्था की डाक्टर ने कहा कि हमारे अस्पताल में अधिकतर नोरमल डिलीवरी होती है। जो लोग बच्चे की या महिला की मृत्यु होने का आरोप लगा रहे है वह बिल्कुल झूठा व गलत है। जब भी कोई महिला व बच्चा हमें सीरियस नजर आता है तो उसे चंडीगढ़ या पटियाला रैफर कर दिया जाता है। जिस बच्चे की अस्पताल में मौत होने की बात कर रहे उसे कुरुक्षेत्र रैफर कर दिया गया था जिसकी मौत दूसरे अस्पताल में जाकर हुई है। 

क्या कहना है संस्था के प्रधान का
इस संबंध में संस्था के प्रधान सतप्रकाश गर्ग ने कहा कि हमारे अस्पताल में वैल क्वालीफाइड डाक्टर लगाए गए हंै, जो एम.बी.बी.एस. व एम.डी. हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में यदि डाक्टरों को कोई भी मरीज सीरियस नजर आता है तो उसे बाहर रैफर कर दिया जाता है ताकि मरीज को बचाया जा सके। 

क्या कहना है एस.एम.ओ. का
इस संबंध में गुहला एस.एम.ओ. डा. प्रीति गर्ग ने कहा कि मैंने महावीर दल अस्पताल का रिकार्ड चैक किया है जिसमें 40 डिलीवरी की गई हैं और कुछ डिलीवरी बड़े ओप्रेशन से की गई है। इस सारे मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। 
 

Isha