रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीपी वत्स होंगे राज्यसभा प्रत्याशी, ये बातें हैं खास

3/11/2018 10:31:00 PM

चंडीगढ़(धरणी): भाजपा ने हरियाणा की एक राज्यसभा सीट के लिए रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीपी वत्स को चुना है। डीपी वत्स पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में हरियाणा लोक सेवा आयोग के चेयरमैन रह चुके हैं। बता दें 2011 में हुड्डा सरकार में हरियाणा लोक सेवा आयोग के चेयरमैन बने थे, 2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान वत्स ने खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित बताया और भाजपा में शामिल हो गए थे।




जीवन में बहुत कुछ किया हासिल
हरियाणा लोकसेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष जनरल देवेंद्र पाल वत्स  हरियाणा से राज्यसभा सदस्य बनेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। जनरल वत्स का चुना जाना तय है और उनका चुनाव निर्विरोध होने की उम्मीद है। 16 अप्रैल 1950 को हिसार जिले के नारनौंद क्षेत्र के थुराना गांव में जन्मे जनरल (सेवानिवृत) डी पी वत्स एक डॉक्टर हैं और पुणे स्थित प्रतिष्ठित आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज (AFMC) के कमांडेट और निदेशक रहे हैं।

जनरल वत्स ने रोहतक पीजीआईएमएस से डॉक्टरी की और 1975 में सेना में चुने गए। इसके बाद 1982 में उन्होंने AFMC से MS(Opthalmology) भी की। उन्हें 2011 में परम विशिष्ठ सेवा पदक का सम्मान मिला। जनरल वत्स को 2003 में सेना पदक, 1999 में विशिष्ठ सेना पदक सहित कई सम्मान हासिल हैं।

जनरल देवेंद्र पाल वत्स को भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार में मई 2011 में हरियाणा लोकसेवा आयोग के चेयरमैन का पद सौंपा गया। वे भारतीय सेना से लगभग सभी प्रमुख अस्पतालों में बड़े पदों पर रह चुके हैं। वे फिलहाल कई सालों से अग्रोहा स्थित मेडिकल कॉलेज के Opthalmology department के प्रमुख हैं।

राज्यसभा चुनाव के लिए सोमवार, 12 मार्च को नामांकन का आखिरी दिन है। अगर विपक्ष से कोई उम्मीदवार आता है तो 23 मार्च को वोट डाले जाएंगे और उसी दिन परिणाम घोषित किया जाएगा। पूरी संभावना ये है कि जनरल वत्स का चुनाव निर्विरोध हो जाएगा क्योंकि विपक्षी दलों के पास टक्कर देने लायक आंकड़ा ही नहीं है।

जनरल डीपी वत्स की ये बातें हैं खास
सेना में सेवाओं के दौरान डीपी वत्स को कई अवॉर्ड भी मिले हैैं। लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डीपी वत्स परम विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से अलंकृत है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से उनकी मित्रता है।

पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल डीपी वत्स ने सेना से रिटायरमेंट के बाद खापों के लिए भी काम किया है। वे खापों के अच्छे कामों का लगातार समर्थन करते रहे हैैं। सुप्रीम कोर्ट में खापों पर चले मामले में डीपी वत्स ने उनकी जोरदार पैरवी की।

हरियाणा लोक सेवा आयोग का चेयरमैन पद छोडऩे के बाद डीपी वत्स ने हांसी में राज्य स्तरीय जनसभा कर सक्रिय राजनीति में आने का एलान किया था। डीपी वत्स पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का ऑपरेशन कर चुके हैैं। वत्स अच्छे सर्जन हैैं तथा एलुमेट आम्र्स फोर्स मेडिकल कालेज पुणे के पूर्व निदेशक एवं कमांडेंट रह चुके हैैं।


 गौरतलब है कि हरियाणा की ओर से राज्यसभा की सीट के लिए डीपी वत्स से पहले सुधा यादव, रामचंद्र जांगड़ा का नाम भी चर्चा में आए थे, हांलांकि अंत में डीपी वत्स का नाम छुपाए हुए हुकुम के इक्के की तरह सामने आया। भारतीय जनता पार्टी की केन्द्रीय कार्यालय से रिलीज हुए प्रेस नोट में एक लिस्ट जारी की गई, जिसपर केंद्रीय चुनाव समिति के सचिव एवं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने सूची पर मुहर लगाई।



जिसमें विभिन्न राज्यों के राज्यसभा प्रत्याशियों का नाम दर्शाया गया। भाजपा की इस लिस्ट में हरियाणा की एक राज्यसभा सीट के लिए रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीपी वत्स को चुना गया।