सवालों के घेरे में खाकी, पहले बस चालक की पिटाई की फिर दर्ज किया झूठा मुकद्दमा

11/24/2017 4:26:02 PM

रेवाड़ी(मोहिंदर भारती): रेवाड़ी पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में उलझती नजर आ रही है। रेवाड़ी में एक बस चालक ने दूसरे चालक को किसी सुनसान जगह ले जाकर उसकी पिटाई की। इतना ही नहीं आरोपी ने एक एएसआई की मिलीभगत से उलटे पीड़ित पर ही मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस ने पीड़ित को फर्जी तरीके से कोर्ट में पेश किए बिना ही जेल भेज दिया। जमानत के बाद अब पीड़ित पक्ष आरोपियों और दोषी पुलिस के एएसआई के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग कर रहा है। 

पीड़ित बस चालक ने बताया कि गत 18 नवंबर को जब वह अपनी बस को कुंड बसस्टैंड से जैनाबाद ले जाने की तैयारी में था तभी एक अन्य चालक वहां आया और उसने अपनी बस उसकी बस के आगे लगा दी। इसके साथ ही उसने इस रुट पर बस न चलाने की धमकी दी। उसके बाद वह अपने घर आ गया। उसी दिन रात आठ बजे उसे किसी ने फोन करके घर से बाहर बुलाया और जबरन बुलेरो में बैठा लिया और सुनसान जगह ले गए। जहां आरोपी बस चालक और उसके दो अन्य साथियों ने जबरन उसके मुंह और कपड़ों पर शराब डाली। उसके बाद तीनों ने जमकर उसकी लोहे की रॉड और लाठी डंडों से पिटाई कर दी। आरोपी पीड़ित को डहीना पुलिस चौकी लेकर गए, जहां चौकी के बाहर पहले से ही एक एएसआई सुंदर अौर एक अन्य पुलिस कर्मचारी खड़े थे। वे उसको आरोपी की निजी गाड़ी में रेवाड़ी ट्रामा सेंटर ले गए। 

पीड़ित का आरोप है कि उक्त एएसआई ने मेडिकल करने वाले डॉक्टर को कहा कि पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट में शराब पिया आए अौर चोटें न के बराबर आनी चाहिए। पीड़ित को फिर पुलिस चौकी लाकर उसके कपड़े उतरवाकर बैरिक में डाल दिया गया। सुबह किसी पुलिस कर्मचारी ने उसके घर बात करवाई अौर उसने कपड़े मंगवाए। जब उसके परिजन वहां पहुंचे तो उसे उनसे बिना मिलाए ही कोर्ट ले गए लेकिन वहां न्यायधीश न मिलने पर बाहर फर्जी तरीके से न्यायधीश से वारंट पर हस्ताक्षर करवाकर सोहना की भौंडसी जेल भेज दिया गया।

पीड़ित पक्ष गांव की पंचायत के साथ मिलकर अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहा है। पीड़ित दोषी एएसआई को निलंबित करने अौर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। यदि जल्द ही कार्रवाही नहीं हुई तो वह सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।

पुलिस का कहना है कि अभी पीड़ित पक्ष की और से शिकायत मिली है जिसकी जांच डीएसपी हैडक्वाटर को दे दी गई है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह पुलिस का बड़ा अधिकारी ही क्यों न हो।