किसान नेताओं की बयानबाजी से झलक रही आंदोलन में फूट!, अब राजेवाल ने चढूनी को लेकर कही बड़ी बात

11/18/2021 7:48:46 PM

करनाल (विकास मेहला): कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं चल रहे आंदोलन को एक साल होने ही वाले हैं। इस आंदोलन में कई संगठनों की एकजुटता है, जिस कारण अभी तक यह आंदोलन जारी है। लेकिन अब इसी आंदोलन से जुड़े किसान नेताओं की बयानबाजी से आंदोलन में फूट की झलक भी देखने को मिल रही है। जहां भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) के नेता संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं पर झूठ बोलने के आरोप लगा चुके हैं, वहीं अब मोर्चा के नेताओं ने चढूनी पर भी बड़ा बयान दे दिया है।

बलबीर सिंह राजेवाल ने गुरनाम सिंह चढूनी पर निशाना साधते हुए कहा कि चढूनी एक ऐसा शख्स है जिसके पास 80 लोग भी एक साथ नहीं हो पाते। उन्होंने कहा कि वहीं धरना प्रदर्शन के दौरान चढूनी और उनके समर्थकों को जब पुलिस कहीं पर रोकती है तो वे पुलिस वालों को भी किसान का बेटा बताकर साथ बैठने की बात कहते हैं। राजेवाल ने कहा कि इस चीज को मैं सही नहीं मानता।



राजेवाल ने चढूनी द्वारा पंजाब की राजनीति को लेकर दिए गए बयानों पर कहा कि चढूनी को समझाया गया है कि वे राजनीतिक मुद्दों पर बयानबाजी न करें, लेकिन उनकी समझ में ये बात नहीं आती है। उन्होंन कहा राजनीतिक मुद्दों पर बात करना मोर्चा का काम नहीं है, इससे हमारी छवि खराब होती है। राजेवाल ने कहा कि चढूनी अगर पंजाब जाते हैं तो जिस तरीके से दूसरे राजनीतिक दलों को घेरा जाता है उसी प्रकार से चढूनी को भी घेरा जाएगा।

गौरतलब है कि चढूनी ने बीते दिन मोर्चा के नेताओं पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था। चढूनी ने कहा था कि मोर्चा वाले मेरे को अलग-थलग करना चाहते हैं। लोगों में मैसेज गया कि चढूनी की मोर्चा के साथ लड़ाई चल रही है, ऐसे में हमने इस मसले को समाप्त करना चाहा। उन्होंने कहा कि मोर्चा ने झूठ बोला कि पहले हरियाणा कमेटी में पास हुई, फिर दूसरे कमेटी ने पास की, इसके बाद 9 मेंबरी कमेटी ने पास की। मोर्चा ने फिर टाइम तय किया, ये कोरा झूठ है।
 

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Content Writer

Shivam