राइस मिलर प्रताड़ित, धान घोटाला खरीद एजैंसियों की मिलीभगत से हुआ : अभय

1/9/2020 12:39:55 PM

चंडीगढ़ (धरणी): इनैलो नेता अभय सिंह चौटाला ने 3 बार चावल मिलों की वैरीफिकेशन के पश्चात 40 हजार टन धान का स्टाक कम मिलने पर कहा कि सरकार राइस मिलर्स को अनावश्यक प्रताडि़त कर रही है,जबकि धान घोटाला खरीद एजैंसियों की मिलीभगत से अधिकारियों ने किया है। बगैर सरकारी खरीद एजैंसियों के अधिकारियों के धान घोटाला होना नामुमकिन है और घोटाले की जांच सी.बी.आई. या किसी निष्पक्ष जांच एजैंसी से करवाने की मांग वह कर चुके हैं।

सरकार ने जांच करने की बजाए राइस मिलर्स की जांच 3-4 बार करके उनको परेशान किया है। इसके अलावा जिन अधिकारियों के विरुद्ध जांच करनी थी, उन्हीं को वैरीफिकेशन की जिम्मेदारी सौंपी गई,जिससे स्पष्ट है कि सरकार उन सभी खरीद एजैंसियों के अधिकारियों को बचाना चाहती है।

42 लाख मीट्रिक टन पैदावार का अनुमान, 70 लाख मीट्रिक टन की खरीद 
अभय ने कहा कि दुख की बात है कि कृषि मंत्री जे.पी. दलाल ने 25 नवम्बर को बयान दिया था कि प्रदेश में कोई धान घोटाला नहीं हुआ और सभी आरोपों को निराधार बताया था जबकि सरकार स्वयं मान रही है कि मिलर्स की जांच पश्चात 40 हजार टन धान कम मिला है। हरियाणा कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष धान की बिजाई 12 लाख हैक्टेयर में की गई थी और लगभग 42 लाख मीट्रिक टन पैदावार का अनुमान था परंतु हैरानी की बात है कि सरकारी खरीद एजैंसियों ने लगभग 70 लाख मीट्रिक टन की खरीद दिखाई गई है। 

Isha