बढ़ते तापमान से मधुमक्खी पालन पर पैदा हुआ संकट, गर्मी से हो रही मधुमक्खियों की मौत

4/13/2022 4:02:07 PM

पलवल(दिनेश):अप्रैल के महीने में ही मई और जून जैसी पड़ रही गर्मी और लगातार दिन रोज बढ़ रहे तापमान ने मधुमक्खी पालन व्यवसाय पर संकट खड़ा कर दिया है। तापमान के लगातार बढ़ने से जहां मधुमक्खियों की मौत हो रही है, वहीं शहद का उत्पादन नाम मात्र ही रह गया है जिसके चलते शहर के भाव में भी बढ़ोतरी हो रही है,जिस शहद का भाव पहले ₹70 किलो था वह करीब डेढ़ सौ रुपए किलो तक बेचा जा रहा है।

मधुमक्खी पालन व्यवसाय इन दोनों संकट के दौर से गुजर रहा है और इस संकट की वजह दिन रोज बढ़ती गर्मी है। इस बार अप्रैल की शुरुआत से ही गर्मी का तापमान बेहद ज्यादा बढ़ता हुआ चल रहा है और यही वजह है जो तापमान मई और जून के महीने में रहना चाहिए वह तापमान इस बार अप्रैल के महीने में लोगों को जला रहा है। तापमान के ज्यादा बढ़ जाने से मधुमक्खियों को फूलों से निकलने वाला पराग (रस) नहीं मिल रहा है।क्योंकि तेज गर्मी और गर्म हवाओं के चलते कीकर के पेड़ों पर लगने वाला फूल सूख चुका है और उसके अंदर रस नहीं है। इसके अलावा रानी मधुमक्खी आमतौर पर सामान्य तापमान में करीब 1000 अंडे देती हैं. लेकिन इस बार में ज्यादा गर्मी की वजह से बस 300 अंडे ही दे पा रही हैं।

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Isha