एस्मा का उल्लंघन करने पर रोडवेज प्रशासन ने 314 कर्मचारियों पर की कार्रवाई

10/17/2018 7:15:04 PM

सिरसा(सतनाम सिंह): रोडवेज बेड़े में 720 निजी बसें शामिल किए जाने के विरोध में रोडवेज कर्मचारी यूनियनों द्वारा संयुक्त रूप से की गई हड़ताल का दूसरे दिन भी पूरा असर देखने को मिला। दूसरे दिन महज 35 बसें ही चल पाई। रोडवेज की अधिकतर बसें वर्कशॉप में खड़ी रही जबकि अड्डा परिसर में निजी बसें धडल्ले से सवारियां भर कर ले जाती रही। लोकल रूटों व लंबी दूरी की यात्रा करने वालों को दूसरे दिन भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। गांवों में लोकल रूटों पर बसें जा ही नहीं रही है जबकि लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए कई बसें बदलनी पड़ रही है।

दूसरे दिन भी हड़ताल को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। बस स्टेंड परिसर में पुलिस बल तैनात था, इसके अलावा एंबुलेंस, दमकल गाड़ी भी तैनात की गई थी। दिनभर पुलिस बल तैनात रहा। जो रोडवेज बसें चली, वे सभी पुलिस सुरक्षा में निकाली गई। रोडवेज महाप्रबंधक खूब राम कौशल, वक्र्स मैनेजर मनोज कुमार व अन्य अधिकारी तड़के से ही बसों को चलाने में प्रयासरत रहे।

परंतु चालकों व परिचालकों के न आने के कारण अधिकतर बसों के पहिए थमे रहे। दूसरे दिन जिलाभर की 179 बसों में से सिर्फ 35 बसें ही चली। इस प्रकार दूसरे दिन भी सिरसा डिपो को लाखों रुपये की चंपत लगी।

रोडवेज महाप्रबंधक खूब राम कौशल ने बताया कि उन्हाेंने पहले दिन डयूटी पर गैरहाजिर रहने वाले 314 कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस में एस्मा के तहत कार्रवाई करने के लिए मामला दर्ज करवाया दिया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 व 2018 में भर्ती हुए 40 कर्मचारियों व आऊटसोर्सिंग पर लगे 5 कर्मचारियों को टर्मिनेशन का लेटर जारी किया है। उनका कहना था कि उनका प्रयास था कि ज्यादा से ज्यादा रोडवेज बसें चलें। पंरतु चालक परिचालक डयूटियों पर ही नहीं आए। गैर हाजिर कर्मचारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है।
 

  
 

Rakhi Yadav