रोडवेज कर्मचारियों का प्राइवेट बसों पर परमिट देने पर विरोध, 14 जुलाई को परिवहन मंत्री आवास का करेंगे घेराव
punjabkesari.in Tuesday, Jul 09, 2024 - 02:47 PM (IST)
गोहाना (सुनील जिंदल): हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा के आह्वान पर सरकार द्वारा 262 मार्गों पर 3658 प्राइवेट बसों पर परमिट देने के विरोध में मंगलवार को रोडवेज के कर्मचारियों में भारी रोष है। गोहाना डिपो पर सांझा मोर्चा के बैनर तले रोडवेज कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए बताया कि सरकार बिना किसी की मांग के रोड़वेज विभाग में प्राइवेट बसों को परमिट देने जा रही है, उसे तुरन्त वापिस लिया जाए।
नेताओं ने सरकार को स्पस्ट चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार इस पॉलिसी अगर वापिस नही लेती हैं तो 14 जुलाई को पूरे प्रदेश के सभी डिपो व सब डिपो के कर्मचारियों द्वारा परिवहन मंत्री आवास अम्बाला शहर में घेराव करके आगामी बड़े आंदोलन की घोषणा करने को मजबूर होंगे। सरकार एक तरफ तो बाचित के लिए बुला रही है दूसरी तरफ निजी परमिट दे रही है सरकार रोडवेज के कर्मचारियों के साथ वायदा खिलाफी कर रही है। हमारी मांग ये की निजी परमिट की बजाय रोडवेज के बेड़े में नई बसे शामिल की जाए।
कर्मचारियों ने कहा वो लगातार पिछले कई दिनों से प्रदेश भर की आम जनता व पंचायतों के माध्यम से व हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से सरकार से सरकारी बसों की मांग लगातार कर रही हैं। दूसरी ओर वर्तमान में जो प्राइवेट परमिट धारक वाली बसें चल रही हैं। इन बसों में सरकार द्वारा दी जा रही किसी भी सुविधा को लागू नही किया जा रहा हैं। जिनकी शिकायते लड़कियों, बुजर्गों, आम जनता द्वारा समय-समय करने के बाद भी कोई सुनवाई नही हो रही हैं। रोड़वेज की सरकारी बसे से टैक्स के रूप में प्राइवेट परमिट धारक वाली बसों के मुकाबले सरकार के राजस्व कोष में हजारों रुपये ज्यादा टैक्स जमा करवाती हैं। सरकारी बसों की बढ़ोतरी होने से बेराजगार बच्चों को रोजगार मिलता हैं।जबकि प्राइवेट बसों को परमिट देने से बेरोजगार बच्चों को कम वेतन देकर खिलवाड़ किया जा रहा हैं। सांझा मोर्चा सरकार से मांग करता है की बिना आम जनता, कर्मचारियों की मांग के जो प्राइवेट परमिट पॉलिसी थोपी जा रही हैं उसे तुरंत वापस लिया जाये नहीं तो कर्मचारी एक बार फिर प्रदेश भर में चक्का जाम करने पर मजबूर होंगे।
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