रोडवेज की हड़ताल को अब सरकारी विभागों का समर्थन, स्ट्राइक पर 2 लाख से ज्यादा कर्मी(Video)

10/30/2018 11:37:43 AM

चंडीगढ़ (ब्यूरो): रोडवेज कर्मचारी यूनियनों की 16 अक्टूबर से चल रही हड़ताल को 2 नवंबर तक बढ़ा दिया गया है। अब हड़ताल के समर्थन में प्रदेश के सरकारी विभागों के लगभग दो लाख कर्मी अा गए हैं, जो 30 और 31 अक्टूबर तक हड़ताल पर चले जाएंगे। इससे पूरे प्रदेश में परिवहन और अन्य सरकारी सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। त्योहारी सीजन के चलते अाम जनता को इससे बहुत परेशानी झेलनी पड़ेगी। 

जानकारी के अनुसार, रोडवेज कर्मचारी सरकार द्वारा 720 प्राइवेट बसों को परमिट दिए जाने का विरोध कर रहे हैं। कर्मचारियों पर सरकार की ओर से की गई कार्रवाई के विरोध में दूसरे विभागों-बोर्डों के कर्मचारी भी रोडवेज यूनियनों के समर्थन में आ गए हैं। इससे हड़ताल ने विकराल रूप धारण कर लिया है और ये 15 वें दिन में पहुंच गई है। 


डीएस ढेसी ने दिया निर्देश
मुख्य सचिव डीएस ढेसी की ओर से आदेश जारी किए गए हैं कि हड़ताल के दौरान सुबह 10 बजे और शाम 4 बजे, दोनों वक्त कर्मचारियों की हाजिरी लगेगी। कोई अनुपस्थित मिला तो माना जाएगा कि वह भी हड़ताल में शामिल है। हड़ताल पर जाने वालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

कई विभागों के कर्मी हड़ताल पर 
बिजली-पानी, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य समेत ज्यादातर महकमों के कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। लेकिन आपातकालीन सेवाएं बाधित नहीं होंगी। बिजली की छोटी-मोटी खराबी ठीक नहीं होगी, लेकिन कोई बड़ा ब्रेक डाउन या कोई अन्य घटना होती है तो कर्मचारी उसे ठीक करेंगे। पानी की सप्लाई भी होगी। सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव सुभाष लांबा ने कहा कि हड़ताल में जनता को परेशान नहीं किया जाएगा। उनके सहयोग से ही यह लड़ाई जीती जाएगी।



सरकार की सख्ती
सरकार की सख्ती के बाद यूनियन नेता भूमिगत हो गए हैं। वे लगातार ठिकाना बदल रहे हैं। मोबाइल नंबर बंद कर लिए हैं, ताकि लोकेशन ट्रेस न हो पाए। ये सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर हड़ताल को बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। साथ ही, उनमें जोश भरने का भी काम कर रहे हैं।



क्या कहते हैं एसीएस धनपत सिंह
हड़ताल को लेकर परिवहन विभाग के एसीएस धनपत सिंह दिनभर अफसरों के साथ बैठक करते रहे। शाम को मुख्य सचिव डीएस ढेसी के साथ विभाग के सभी अफसरों की सचिवालय में मीटिंग हुई। सूत्रों का कहना है कि बैठक में हड़ताल को खत्म करने की संभावना तलाशी गई। जल्द ही रोडवेज यूनियनों के पदाधिकारियों को बातचीत के लिए बुलाया जा सकता है।

अब देखना होगा की त्योहारों के सीजन के चलते अाम जनता एेसे ही परेशान होती है या उसका कोई हल निकाला जाएगा। 

Deepak Paul