रोहतक की निर्भया को भूले तक नहीं थे, अब गुरूग्राम में भी लिख दी दरिंदगी की इबारत

6/20/2017 2:21:56 PM

गुरूग्राम:रोहतक की उस निर्भया को आप भूले नहीं होंगे अब तक जिसके साथ हैवानों ने हैवानियत की ऐसी इबारत लिख डाली थी जिसे बयान तक करना मुश्किल है। उसके साथ बलात्कार हुआ। उसके शरीर को छलनी कर दिया गया। बलात्कार और हत्या के बाद उसकी लाश को रोहतक की सड़कों पर फेंक दिया गया था। आरोपी भले ही गिरफ्तार हो चुके हों, लेकिन मानसिकता बदली नहीं है, क्योंकि रोहतक की घटना के बाद अब सामूहिक बलात्कार का एक और दर्दनाक केस दुनिया के सामने आया है और इस बार गुरूग्राम शर्मसार हुआ है। 

गुरूग्राम में एक महिला के साथ रातभर कार में दरिंदगी को अंजाम दिया जाता रहा। गुरूग्राम की सड़कों पर रातभर दौड़ रही कार के अंदर हैवानियत की हदें पार की जाती रहीं, लेकिन न पुलिस को खबर लगी, न किसी और को, दरिंदे अपनी हवस के जरिए इंसानियत को चकनाचूर करते रहे और हरियाणा की चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था सोती रही। घटना 19 जून सोमवार रात की है। गुरूग्राम के सोहना में तीन लोगों ने एक महिला को स्विफ्ट कार में अगवा कर लिया। आरोप है कि ये लोग रातभर चलती कार में युवती के साथ गैंगरेप करते रहे और सुबह ग्रेटर नोएडा के कासना इलाके में उसे सड़क पर फेंक दिया। सुबह लोगों ने बेसुध पड़ी महिला को देखा तो पुलिस को खबर की। पुलिस पहुंची और महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया।

फिलहाल महिला की हालत ठीक है लेकिन इस वारदात ने एक बार फिर लोगों के जहन में रोहतक निर्भया केस की यादें ताजा कर दी है। हरियाणा सरकार और हरियाणा पुलिस बार बार प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था का दम भरती है. लेकिन रोहतक गैंगरेप और गुरूग्राम गैंगरेप जैसी वारदातों से लगता है कि न पुलिस का डर है, न अपराधियों में इंसानियत जैसी कोई चीज महिला को बिना किसी डर से कोई भी कहीं भी उठा लेता है और फिर उसके साथ हैवानियत की हदों को अंजाम देता है लेकिन किसी को कानोंकान खबर तक नहीं लगती।

इस केस में आरोपियों की तलाश की जा रही है। आरोपी महिला को कासना इलाके में फेंककर फरार हो गए थे। पुलिस के मुताबिक अब महिला के बयान दर्ज किये जा रहे हैं और छानबीन चल रही है। पुलिस का कहना है कि महिला राजस्थान की रहने वाली है और हाल ही में गुरूग्राम आई थी। जल्दी ही आरोपियों की गिरफ्तारी के दावे किये जा रहे हैं लेकिन इस घटना ने एक बार फिर से हरियाणा की सुरक्षा व्यवस्था और अपराधियों में पुलिस के खत्म हो चुके खौफ को उजागर किया है।

रोहतक गैंगरेप केस में आरोपियों ने गुनाह तो कुबूल कर लिया था लेकिन आरोपियों को अपनी करतूत का रत्ती भर भी पछतावा नहीं था बल्कि वो तो एक और मर्डर करने की तैयारी में थे और इस केस में भी जिस तरह से बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दिया गया है उससे लगता है कि अपराधियों के खिलाफ पुलिस को अब सख्त एक्शन की जरूरत है जिससे ना सिर्फ अपराध पर लगाम लग सके बल्कि अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले लोगों में पुलिस का जबरदस्त खौफ पैदा हो सके।