ई.सी. की बैठक आज, देर शाम तक एजैंडे नहीं हुए सर्कुलेट, डा. रामचंद्र सिवाच हो सकते हैं बहाल!

2/27/2019 1:55:38 PM

रोहतक (मैनपाल): बीते करीबन 3 माह से सस्पैंड चल रहे ऑर्थो के विभागाध्यक्ष डा. रामचंद्र सिवाच का मुद्दा बुधवार को ई.सी. (कार्यकारी परिषद) कि बैठक का सबसे अहम मुद्दा हो सकता है। इस बार ई.सी. की बैठक कि तरह पी.जी.आई. परिसर में चर्चाओं का बाजार पूरा गर्म है। चर्चाएं हैं कि बैठक में डा. रामचंद्र सिवाच को बहाल किया जाएगा। इसी संदर्भ में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन मामले को डा. सिवाच ने डिजोल्ब कर लिया है। अब सरकार की ओर से निर्देश है कि इन मुद्दों को इसी की बैठक में लाया जाए।

सूत्रों ने बताया कि सरकार की ओर से उनको बहाल करने की हरी झंडी मिल चुकी है। महज, ई.सी. की बैठक में एजैंडा पास होना बाकी है। ई.सी. की आपात बैठक बुलाई गई है, जिसके एजैंडे मंगलवार देर शाम तक सर्कुलेट नहीं हो पाए थे। माना जा रह है कि बैठक में मानव अधिकार आयोग की सिफारिश पर सस्पैंड हुए ऑर्थोपैडिक्स डिपार्टमैंट का सीनियर प्रो. डा. आरसी सिवाच, सर्जरी डिपार्टमैंट का डा. आर.के. कड़वासरा और नेफ्रोलॉजी डिपार्टमैंट का डा. अमित मान, तीनों को भी बहाल किया जा सकता है। क्योंकि, डा. नित्यानंद को भी इस तरह से बहाल किया गया था। उन पर लगे आरोप की जांच चलती रही, लेकिन ई.सी. की बैठक में एजैंडा पास कर उन्हें बहाल कर दिया गया था। यही स्थिति दोबारा से तीनों डाक्टरों को बहाल करने में भी दोहराई जा सकती है।

एच.ओ.डी. रोटेशनशिप का  एजैंडा भी शामिल
ई.सी. की बैठक में पास हो चुके विभागाध्यक्ष रोटेशनशिप के एजैंडों को ई.सी. कि बैठक में शामिल किया जाएगा। गौरतलब है कि संस्थान की कमेटी ने इस प्रस्ताव को पास कर दिया है। अब कार्यकारी परिषद की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा। बता दें कि इससे पहले विभागाध्यक्षों का विभाग पर एकछत्र राज चलता था।  अन्य सीनियर डाक्टरों को इस पद पर आने का मौके नहीं मिल पाता था। इस एजैंडे के पास हो जाने के बाद 3 साल बाद विभागाध्यक्ष को बदल दिया जाएगा। अब कार्यकारी परिषद की बैठक में एजैंडा पास होने पर अंतिम मुहर के लिए राज्यपाल के पास भेजा जाएग।

डा. सिवाच पर ये हैं आरोप
हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डा. आर.सी. सिवाच के खिलाफ खानपुर महिला मैडीकल कालेज के निदेशक रहते कुछ शिकायतों की जांच एडिशनल चीफ विजीलैंस अफसर ने की थी। इन सभी शिकायतों को अतिरिक्त मुख्य सचिव के पास भेजा गया था। उसी रिपोर्ट के आधार पर उन्हें सस्पैंड किया किया गया। लेकिन, खान पुर मेडिकल कालेज का मामला होने के चलते मानव अधिकार आयोग की टीम से इस मामले कोई लेना देना नहीं था। डा. सिवाच का आरोप था कि इससे पूर्व मामले में उन्हें कोई नोटिस या अन्य जांच में शामिल नहीं किया गया था।

आपात बैठक बुलाई है : डा. यादव
पी.जी.आई. के कार्यकारी निदेशक डा. रोहताश यादव ने बताया कि यह आपात बैठक बुलाई गई है। इसके एजैंडे को सर्कुलेट नहीं किया गया है। बैठक में कितने एजैंडे इस संबंध में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन, बैठक में आने वाले सभी मुद्दों पर प्रमुखता से विचार विमर्श के बाद ही पारित किया जाएगा।

Shivam