RPF ने 4 हजार का चालान काटकर की वेंडरों से मारपीट(Video)

7/8/2018 12:29:21 PM

यमुनानगर(सुमितओबरोय): यमुनानगर-जगाधरी रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले कुछ वैंडरों का आरोप है कि शुक्रवार की रात रेलवे स्टेशन पर आर.पी.एफ. के जवानों ने उन्हें बुरी तरह पीटा गया। वैंडरों के अनुसार सी.आई.बी. की एक टीम जांच के लिए स्टेशन पर आई और जांच के नाम पर उन्हें समान समेत आर.पी.एफ. स्टेशन ले गई, जहां उनका 4-4 हजार रुपए का चालान किया गया व उनकी पिटाई भी की गई तथा बाद में उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया।

इन सभी वेंडरों का कहना था कि वे लाइसेंस होल्डर है, बावजूद इसके उनके चालान काटे गए और उनके साथ मारपीट की गई। वहीं आर.पी.एफ. के अधिकारियों ने कहा कि केवल उन्हें जांच प्रक्रिया के लिए यहां लाया गया था और उनके साथ कोई मारपीट नहीं की गई, केवल कानूनी कार्रवाई की गई है। सिविल अस्पताल में मेडीकल करवाने पहुंचे वैंडरों ने कहा कि जांच के नाम पर उनके साथ मारपीट हुई है। वेंडर उमेश ने अपने शरीर पर पड़े हुए डंडों के निशान बताए और कहा कि वे रेलवे स्टेशन पर पकौड़े बेचते हैं और उनके पास लाइसेंस भी है तथा उनका मेडीकल भी हुआ है। 

रात एक स्पेशल टीम आई और उन्होंने कहा कि काम बंद कर और हमारे साथ चल। जब मैंं उनके साथ गया तो उन्होंने मेरा चालान कटवा दिया और कहा कि रात में पकौड़े बेचने की अनुमति नहीं है। जबकि उन्हें 24 घंटे सामान बेचने की अनुमति है। उसने आरोप लगाया कि कर्मचारियों ने उसका लाइसैंस पानी में डालकर खराब कर दिया। इसके बाद उसका चालान किया और कहा कि कोर्ट में जाना पड़ेगा। 4-4 हजार रुपए जुर्माना होगा। इसके बाद टीम चली गई और आर.पी.एफ. के ए.एस.आई. ने उन समेत 5 अन्य वेंडरों की पिटाई की।

उनका कहना था कि यदि उनका चालान कर दिया था तो फिर उनकी पिटाई करने की क्या आवश्यकता थी। स्टेशन पर काम करने वाले दूसरे वेंडर टिंकू ने बताया कि उनके पास सभी कागजात पूरे है, बावजूद इसके उनकी पिटाई की गई व 4 हजार रुपए का चालान किया गया। इसी प्रकार वैंडर राजेन्द्र ने बताया कि आर.पी.एफ. के अधिकारियों ने उनकी पिटाई की। उन्होंने चेतावनी दी है कि इस प्रकार की मार पिटाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता तब तक वे स्टेशन पर कोई सामान नहीं बेचेंगे। 

क्या कहते हैं आरोपी अधिकारी 
इस संबंध में जब आर.पी.एफ. के आरोपी योगेन्द्र तोमर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला कुछ भी नहीं है। उनकी आर.पी.एफ. की एक टीम होती है जिसे सी.आई.बी. कहते हैं। उनका कहना था कि रात को अवैध रूप से उन्हें कुछ वैंडर मिले जिनको लेकर आर.पी.एफ. थाने में लेकर आए और उन्होंने लिखित रूप में कहा कि वे अवैध रूप से वैंडिंग कर रहे हैं।

उनका कहना था कि यह अपराध जमानती है इसलिए उन्हें जमानत दे दी गई। 6 व्यक्ति थे जिनके पास कोई वैध प्रमाण पत्र नहीं मिला। इन लोगों से केवल पूछताछ की गई है। इनके साथ कोई मारपीट नहीं की गई। उनका कहना है कि उन पर व आर.पी.एफ. पर लगाए जा रहे तमाम आरोप निराधार हैं और इनके कोई सच्चाई नहीं है। 

Deepak Paul