RTA कर्मचारियों का दादागिरी, टोल पर पर्ची काटने पर एम्बुलेंस व क्रेन को किया जब्त (VIDEO)

5/4/2018 10:28:58 AM

बहादुरगढ़(प्रवीन धनखड़): बहादुरगढ़ में आरटीए दफ्तर के कर्मचारियों की दादागिरी का मामला सामने आया है। रोहद टोल के कर्मचारियों ने सुबह आरटीए दफ्तर के कर्मचारियों की टोल पार करने के लिए पर्ची काट दी। बस इतना होने से ही गुस्से में लाल हुए आरटीए दफ्तर के अधिकारियों ने कई लोगों की टीम के साथ रोहद टोल के बाहर खड़ी एम्बुलेंस और क्रेन को उठा लिया। दोनों वाहनों को उठाकर सांपला के पास खड़ा कर दिया और उनका चालान भी कर दिया। चालान में दोनों वाहनों की लोकेशन अलग-अलग बताई गई जबकि सीसीटीवी में साफ है कि दोनों वाहनों को टोल के बाहर से उठाया है। चालान का संदेश टोल मैनेजर के पास आया तो उन्होंने टीएसआई जसबीर सिंह से बात की । बातचीत के ऑडियो से साफ है कि किस तरह बदला लेने के लिए टोल के इमरजेंसी वाहनों का चालान किया गया है।

टोल पर पर्ची काटने पर आरटीए विभाग ने उठाई एम्बुलेंस व क्रेन
टोल मैनेजर बिजेन्द्र तिवारी ने बताया कि नेशनल हाईवे ऑथोरिटी के नियमों के हिसाब से आरटीए दफ्तर के कर्मचारियों के निजी वाहनों को टोल से छूट नहीं है। लेकिन इसके बावजूद उनके साथ आरटीए ऑफिस की तरफ से धक्केशाही की जाती है। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस और टो क्रेन इमरजेंसी वाहन है बावजूद उसके उन्हें बिना टोल अधिकारियों को बताए उठा लिया गया। उन्होंने बताया कि चालान पर्ची पर एम्बुलेंस की लोकेशन आसौदा टोडरान दिखाई गई जबकि टो क्रेन को सांपला दिखाया गया। जबकि सीसीटीवी मे साफ है कि किस तरह जबरदस्ती कर्मचारियों को धमकाकर गाड़ियां उठाई गई है। उन्होंने इस पूरे मामले में प्रशासनिक अधिकारियों से कार्यवाही की मांग की है।

कागजात पूरे न होने पर काटी पर्ची-आरटीए अधिकारी
उधर सहायक आरटीए अधिकारी जगबीर और टीएसआई जसबीर का कहना है कि दोनों वाहनों के कागजात पूरे नहीं थे और रोड़ पर पार्क किए हुए थे इसलिए उनका चालान किया गया है। टीएसआई जसबीर का कहना है कि पर्ची काटने के विवाद में ये कार्यवाही नहीं की गई है।।

दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
रोहद टोल के मैनेजर राजेश ने बताया कि आरटीए दफ्तर की तरफ से ये कार्यवाही दुर्भावना से की गई है क्योंकि जाते-जाते भी आरटीए के कर्मचारियों ने कहा था कि पर्ची काटी है इसलिए ये किया है। उनका कहना है कि दोनों वाहनों के कागजात पूरे हैं लेकिन उसके बावजूद उनका चालान किया गया। ऐेसे में अगर टोल रोड़ पर कोई हादसा हो जाता है तो उस स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार होगा। उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।

टोल पर्ची को लेकर अक्सर होता है हंगामा
दरअसल रोहद टोल पर अक्सर टोल पर्ची को लेकर हंगामा होता आ रहा है। कई बार फर्जी आईकार्ड बरामद हुए हैं तो कई बार सरकारी महकमे की धौंस दिखाकर लोग बिना टोल चुकाए निकलने का प्रयास करते हैं। अब देखना ये होगा कि दादागिरी दिखाने वाले सरकारी अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्यवाही होती है। 

Nisha Bhardwaj