वन मंत्री राव नरबीर सिंह पर लगा फर्जी डिग्री का आरोप(VIDEO)

12/15/2018 12:21:14 PM

गुरुग्राम(मोहित कुमार): हरियाणा सरकार में पीडब्ल्यूडी और वन मंत्री राव नरबीर सिंह के उपर फर्जी डिग्री रखऩे के आरोप लगाए हैं। मंत्री राव नरबीर पर ये आरोप आरटीआई कार्यकर्ता हरिंद्र ढिंगड़ा ने लगाए हैं। उनका कहना है कि नरबीर ने मैट्रिक कक्षा को एक ही साल में दो बार पास किया है। इसके अलावा ग्रेजुएशन डिग्री को दो बार हासिल की है। यही नहीं चुनावों के दौरान मंत्री जी ने जो डाक्यूमेंटस जमा कराए हैं उनमें शिक्षा से संबंधी जानकारी गलत दी हुई है। इस बात की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता ने प्रेस वार्ता के दौरान दी, हैरानी की बात यह है कि इस प्रेसवार्ता की भनक जब गुरुग्राम पुलिस को लगी तो वे RTI एक्टिविस्ट को गिरफ्तार करने पहुंच गई लेकिन मीडिया की मौजूदगी देख बाहर इंतजार करने लगी ? ऐसे में कही यह तो नही जाहिर होता कि मंत्री जी अपना सच छुपाने के लिए RTI एक्टिविस्ट पर पुलिसिया बल इस्तेमाल करवा रहे हो। 

आरटीआई कार्यकर्ता का कहना है कि कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने 2005 में जाटूसाना विधानसभा रेवाड़ी से अपना पर्चा दाखिल किया था तो चुनाव आयोग को जानकारी दी थी कि उन्होंने 1976 में मैट्रिक माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश से की है, वहीं 1986 में ग्रेजुएशन हिंदी विश्व विद्यालय, हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग से की है। इसके बाद राव नरबीर सिंह ने लोकसभा चुनाव 2009 में गुरुग्राम से प्रत्यासी के रुप में अपना पर्चा दाखिल किया तो जानकारी दी कि मैट्रिक 1976 में बिरला विद्या मंदिर नैनीताल से की है। ग्रेजुएशन हिंदी विश्वविद्यालय इलाहाबाद उत्तप्रदेश से की हुई है, वहीं 2014 के विधानसभा चुनावों में बादशाहपुर से चुनाव बीजेपी की टिकट पर लड़ा और इस दौरान जो जानकारी चुनाव आयोग को दी गई उसमें ये कहा गया कि उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन 1987 में हिंदी विश्वविद्यालय इलाहाबाद से की है। 

वही आरटीआई कार्यकर्ता ने ये भी आरोप लगाया है कि जिस भी यूनिवर्सिटी औऱ स्कूल से राव नरबीर सिंह ने मैट्रीक और ग्रेजुएशन की है वो यूपीएससी से मान्य नहीं है और जिस जगह से ये डिग्री औऱ मैट्रिक के डाक्यूमेंटस बने हुए है वो बिलकुल फर्जी है। इसके अलावा एक बात ये भी कही गई है कि एक व्यक्ति दो बार मैट्रिक और दो बार ग्रेजुएशन कैसे कर सकता है। उनकी मांग है कि इस मामले में जल्द जांच की जाए और कार्रवाई करते हुए कैबिनेट मंत्री को तुरंत प्रभाव से उनके पद से बरखास्त किया जाना चाहिए।

 

Deepak Paul