आर.टी.आई. से खुलासा : राष्ट्रीय महिला आयोग के लिए लव जिहाद कोई मुद्दा नहीं

12/14/2020 8:48:10 AM

चंडीगढ़ : लव जिहाद के मामले को लेकर एक ओर जहां राजनीतिक दलों में जमकर सियासत हो रही है, तो वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग के लिए लव जेहाद कोई मुद्दा ही नहीं है, आयोग में इस बारे कोई सूचना या रिकॉर्ड भी नहीं है। पानीपत के आर.टी.आई. एक्टिविस्ट एवं मजदूर नेता पी.पी. कपूर ने गत 11 नवम्बर को राष्ट्रीय महिला आयोग में छह सूत्री आर.टी.आई. लगाकर लव जेहाद बारे सूचनाएं मांगी थी।

आयोग की लोक सूचना अधिकारी एवं अंडर सैक्रेटरी बर्नाली शोम ने 11 दिसम्बर के पत्र जरिए बताया कि आयोग ने लव जेहाद के मुद्दे पर बैठकों में कभी चर्चा नहीं की। लव जेहाद की समस्या के बारे न ही कोई अध्ययन रिपोर्ट बनाई है और न ही कभी सरकार को कोई सिफारिश भेजी है। लव जेहाद की क्या परिभाषा है, इसकी सूचना भी आयोग में नहीं है। आयोग को प्राप्त सभी शिकायतों को विभिन्न शीर्षों से वर्गीकृत किया जाता है। लेकिन लव जिहाद के बारे शिकायतों का अलग से कोई वर्गीकरण नहीं किया गया है। आयोग के पास पूरे देश में लव जेहाद बारे दर्ज एफ.आई.आर. व शिकायतों का ब्यौरा होने से भी आयोग ने इनकार किया है।

आर.टी.आई. एक्टिविस्ट पी.पी. कपूर ने कहा कि इस चौंकाने वाले खुलासे से स्पष्ट है कि कथित लव जेहाद कोई समस्या या मुद्दा नहीं, बल्कि कुर्सी के लिए ध्रुवीकरण का आर.एस.एस., भाजपा का राजनीतिक एजैंडा है। शिक्षा, रोजगार जैसे मुद्दों व मजदूर किसानों की बदहाली से ध्यान बंटाने के लिए षड्यंत्रपूर्वक फर्जी मुद्दे बी.जे.पी. की ओर से खड़े किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि भाजपा शासित राज्यों यू.पी., हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश में कथित लव जेहाद के विरुद्ध कानून बन चुका है। जबकि हरियाणा सरकार भी जल्द ही इस बारे सख्त कानून बनाने जा रही है।

Manisha rana