बराला के इस्तीफे के बाद मंत्री सैनी को मिल सकती है पार्टी की कमान: सूत्र

8/11/2017 7:16:01 AM

चंडीगढ़:भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के इस्तीफे पर सोशल मीडिया में काफी चर्चाएं रहीं। कुछ लोगों की ओर जहां जल्द बराला के इस्तीफा देने की बात कही तो कुछ बराला के स्थान पर भावी प्रदेशाध्यक्षों के कई नाम सार्वजनिक किए गए। इनमें खनन राज्य मंत्री नायब सैनी, भाजपा की राष्ट्रीय सचिव सुधा यादव और भाजपा नेता वीर कुमार यादव के सामने सामने किए। हालांकि इन नामों में कोई दम नजर नहीं आया, लेकिन सूत्रों की मानें तो यदि बराला को हटाया जाता है तो मुख्यमंत्री के करीबी मंत्री नायब सिंह सैनी को पार्टी की कमान मिल सकती है। वजह साफ है कि कुरुक्षेत्र सांसद राजकुमार सैनी की मुखरता के कारण नायब सैनी को विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है जो ओ.बी.सी. चेहरे के तौर पर सामने लाए जा सकते हैं। 

दीपेंद्र ने लोकसभा में उठाया मामला 
रोहतक के कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज लोकसभा में पार्टी की तरफ से वॢणका कुंडू मामले में कार्य स्थगन प्रस्ताव पेश किया और बहस की शुरूआत करते हुए कहा कि जब तक वर्णिका को पूर्ण रूप से न्याय नहीं मिलता तब तक पूरे देश की निगाहें इस जांच पर रहेंगी। उन्होंने कहा कि जब तक वॢणका को न्याय नहीं मिलेगा तब तक पूरे देश में यह संदेश नहीं जाएगा कि कानून सब के लिए एक है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर पुरानी तस्वीर शेयर हुई जो गलत थी, उन तत्वों पर भी आई.टी. एक्ट के तहत केस दर्ज होना चाहिए। इसके अलावा पीड़ित का बयान लेने के वक्त महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद होने चाहिए।

केंद्रीय महिला आयोग की चूक, चंडीगढ़ के बजाय हरियाणा पुलिस से मांगा जवाब
वॢणका छेड़छाड़ प्रकरण में राष्ट्रीय महिला आयोग की चूक सामने आई है। आयोग ने जल्दबाजी में हरियाणा पुलिस पर जांच में ढिलाई का आरोप लगाते हुए नोटिस जारी कर दिया, जबकि इस मामले में हरियाणा पुलिस की सीधे कोई भूमिका नहीं। पुलिस ने आयोग को पूरी स्थिति स्पष्ट करते हुए नोटिस वापस कर दिया है। आयोग को यह नोटिस चंडीगढ़ पुलिस को भेजना चाहिए था। आयोग की ओर से भेजे गए नोटिस का जवाब देते हुए हरियाणा पुलिस ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश होने के कारण चंडीगढ़ पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। ऐसे में हरियाणा पुलिस का इस मामले में कोई लेना-देना नहीं है। इसके बावजूद राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा जल्दबाजी में हरियाणा पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब तलब करने पर सवाल उठने लगे हैं। हरियाणा पुलिस ने आयोग के समक्ष पूरी तस्वीर साफ करते हुए मामले को चंडीगढ़ पुलिस का बताते हुए नोटिस वापस भेज दिया है। इसके बाद गलती सुधारते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने चंडीगढ़ पुलिस को नोटिस जारी कर शुरूआती जांच में ढिलाई पर जवाब तलब किया है।