समझौता ब्लास्ट केस: 2 गवाहों के बयान दर्ज, 22 सितंबर को अगली सुनवाई

9/15/2017 4:26:03 PM

पंचकूला(उमंग श्योराण): पानीपत के बहुचर्चित समझौता ब्लास्ट मामले में आज  पंचकूला स्थित हरियाणा की विशेष NIA कोर्ट में सुनवाई हुई। ब्लास्ट के मुख्य आरोपी स्वामी असीमानंद सहित सभी आरोपी कोर्ट में पेश हुए। मामले में आज कोर्ट में सुनवाई के लिए पाकिस्तानी गवाहों के न पहुंचने के चलते भारतीय गवाहों के ही बयान दर्ज हुए। कोर्ट में दो गवाहों के बयान दर्ज किए गए। पाकिस्तानी नागरिकों ने कोर्ट में पेशी के लिए पाकिस्तानी दूतावास के जरिए 4 महीनों का समय और मांगा था। 

ब्लास्ट मामले में NIA कोर्ट ने 13 पाकिस्तानी नागरिकों को सम्मन किए थे। जिस पर पाकिस्तानी नागरिकों की गवाहियां अब 27, 28 व 29 नवंबर को होंगी। वहीं भारतीय गवाहों की सुनवाई के लिए मामले की अगली सुनवाई अब 22 सितंबर को होगी। इनमें से मुख्य गवाह रुखसाना व उसके पति के बयान सबसे अहम माने जा रहे हैं। रुखसाना व उसके पति ने ही ट्रेन में सूटकेस रखकर फरार होने वाले संदिग्ध का स्कैच तैयार करवाया था। इनमें से एक स्कैच पाकिस्तानी नागरिक अजमत अली का था जिसको छोड़ दिए जाने को लेकर हाल ही में तत्कालीन जांच अधिकारी गुरदीप का एक स्टिंग ऑपरेशन सामने आया था। अजमत अली को अमृतसर पुलिस ने बाघा बॉर्डर से गैर कानूनी तरीके से भागते हुए गिरफ्तार कर हरियाणा पुलिस को सौंपा था। जिसके बाद हरियाणा पुलिस के उच्च अधिकारियों के कहने पर उससे छोड़ दिया गया था। इस मामले में अब तक 280 गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं।

समझौता ब्लास्ट मामले में अब तक करीब तीन दर्जन से ज्यादा गवाह NIA को दिए अपने पहले के बयानों से मुकर चुके हैं। लगातार गवाहों के NIA कोर्ट में होस्टाइल होने के चलते NIA का पक्ष भी कमजोर पड़ता जा रहा है। वहीं अब NIA की उम्मीद इन पाकिस्तानी नागरिकों की गवाहियों पर भी काफी हद तक निर्भर करती है। NIA के लिए इन 13 पाकिस्तानी नागरिकों की गवाहियां बेहद महत्वपूर्ण हैं और निर्णायक साबित हो सकती हैं। ऐसे में सबकी नजर अब इन पाकिस्तानी गवाहों के बयानों पर टिकी है। 

उल्लेखनीय है कि समझौता एक्सप्रेस विस्फोट एक आतंकवादी घटना थी, जिसमें 18 फरवरी, 2007 को भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली ट्रेन समझौता एक्सप्रेस में विस्फोट हुए थे। यह ट्रेन दिल्ली से अटारी, पाकिस्तान जा रही थी। विस्फोट हरियाणा के पानीपत जिले में चांदनी बाग थाने के अंतर्गत सिवाह गांव के दीवाना स्टेशन के नजदीक हुए थे। विस्फोट से लगी आग में कम से कम 68 व्यक्तियों की मौत हो गई थी तथा 13 अन्य घायल हो गए मारे गए ज्यादातर लोग पाकिस्तानी नागरिक थे। असीमानंद 2007 में हैदराबाद में एक मस्जिद में धमाके के भी आरोपी हैं।