गुरुग्राम की संगीता राघव ने UPPSC में ऑलओवर दूसरी रैंक की हासिल, 1 साल तक जमकर की तैयारी

9/13/2020 9:58:55 AM

गुरुग्राम (मोहित) : साइबर सिटी गुरुग्राम के न्यू शांति नगर की रहने वाली संगीता राघव ने उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में देश में दूसरा स्थान पाकर शहर का नाम रोशन किया है। हालांकि कुछ वर्षों पहले तक संगीता को सफलता तो क्या इस परीक्षा में बैठने की उम्मीद भी नहीं थी। उन्होंने उस समय सोचा भी नहीं था कि वे इस तरह की परीक्षा में बैठेंगे। अब देश में दूसरा रैंक पाने के बाद परिवार में खुशी का माहौल है।

दरअसल बता दें कि संगीता राघव की माता पवन राघव को अपनी बेटी से इतनी उम्मीद थी कि वह किसी दिन अफसर बनेगी और बेटी ने मां का सपना साकार कर दिया है। वही पिता नेवी से रिटायर्ड है और पिता ने भी बेटी और बेटे में कभी अंतर नहीं समझा और उन्हें पढ़ाई के लिए हमेशा प्रेरित किया। हालांकि रिश्तेदारों की तरफ से बेटी के रिश्ते की भी बात की जाती थी लेकिन पढ़ाई पूरी होने के बाद ही उन्होंने शादी करने की ठानी थी। वही दादी से लेकर नानी तक सभी खुश नजर आए।

संगीता राघव ने कहा कि तीन वर्ष पहले तक वह अपना जीवन का लक्ष्य निर्धारित नहीं कर पा रही थी, लेकिन संगीता राघव योग और ध्यान से जुड़ी और उन्होंने आश्चर्यजनक बदलाव महसूस किया। आत्मविश्वास से लेकर सकारात्मक सोच ने उन्हें दुनिया देखने का एक अलग नजरियां दिया। इसलिए अपनी सफलता का पहला श्रेय वह योग को देना चाहती है। संगीता ने एक साल तक जमकर तैयारी की उन्होंने तीन से 4 घंटे की नियमित पढ़ाई की।

वहीं संगीता राघव ने कहा कि एक अधिकारी के तौर पर जो भी ड्यूटी मिलेगी वह तो निभाएगी ही। इसके अलावा बच्चों के न्यूट्रीशन को लेकर अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक काम करना चाहती हैं। इसके साथ ही महिला सुरक्षा, योगा मेडिटेशन को लेकर भी काम करेगी। उनका कहना है कि इन क्षेत्रों में काम करने की काफी आवश्यता है। इतना ही नहीं संगीता राघव ने यह कहा कि बचपन से ही पढ़ाई को लेकर वह हमेशा गंभीर रही है इसलिए संगीता ने 2015 से अपनी सोशल लाइफ एकदम खत्म कर दी थी। न दोस्तों से ज्यादा मिलना न ही किसी परिवारिक समारोह का हिस्सा बनना।

संगीता राघव ने बताया कि उन्होंने यूपीपीएससी की परीक्षा 2017 में भी दी थी लेकिन उस समय उन्होंने इतनी तैयारी नहीं की जिसके बाद 2018 में उन्होंने यूपीपीएससी- प्री का एग्जाम दिया। जिसके रिजल्ट आने के बाद 2019 में यूपीपीएससी मैन का एग्जाम हुआ और 2020 अगस्त में इंटरव्यू में उनका सिलेक्शन हुआ है हालांकि उन्हें पूरी उम्मीद थी कि उसमें उनका चयन होगा। घंटों पढ़ाई करना और हमेशा कुछ न कुछ पढ़ते रहने की इच्छा ने ही उन्हें आज अधिकारी बनाया है जिसका वह हमेशा से इंतजार कर रही थी।

उन्होंने बताया कि परिवार ने कभी भी क्यों, क्या, कैसे, जैसे कोई भी सवाल नहीं किए। शादी के लिए आसपास के लोग रिश्तेदार कहते रहते थे लेकिन पिता ने हमेशा कहा कि बच्ची अभी तैयारी कर रही है तो इसलिए शादी का प्रेशर और हम उसे नहीं देंगे। हालांकि उनकी बड़ी बहन भी यूपीएससी की तैयारी कर रही है तथा छोटे भाई ने अभी आईआईटी से मास्टर की पढ़ाई पूरी की है। पूरे परिवार में पढ़ाई को लेकर काफी लग्न है जिसके चलते अब मां और पिता का सपना संगीता राघव ने साकार कर दिया है। वहीं पिता को अपने तीनों बच्चों पर भरोसा है।

 

 


 

Manisha rana