57 शहरों में खुलेगा सेनेटरी पैड बैंक, जरूरतमंद महिलाअों को मिलेगा रोजगार

1/29/2018 6:00:07 PM

चंडीगढ़(ब्यूरो): अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म पैडमेन सिनेमा घरों में रिलीज होने वाली है। फिल्म के ट्रैलर काफी दिन पहले से ही दिखाए जा रहे हैं। जिसके बाद अब लोग इस मुद्दे पर खुलकर बात करने लगे हैं। वहीं पिंकिश फाउंडेशन जरूरतमंद महिलाओं की जिंदगी संवारने के लिए आगे आई है। इस फाउंडेशन को बने हुए सात महीने हो गए हैं अौर ये देश के 57 शहरों में पैड बैंक बनाने जा रही हैं। इसका हेड अॉफिस दिल्ली में है। इस बैंक से जरूरतमंद महिलाएं सेनेटरी पैड मुफ्त में ले सकेंगी। इस ग्रुप में अब तक 1.35 लाख महिलाएं जुड़ चुकी हैं। 

11वीं की छात्रा के आइडिया से हुई इस फाऊंडेशन की शुरूआत
इस फाउंडेशन की शुरुआत 11वीं की छात्रा के एक आइडिया से हुई। पिंकिश फाउंडेशन के संस्थापक गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी इंजीनियर अरुण गुप्ता बताते हैं कि पैड बैंक बनाने का आइडिया उनकी बेटी ख्याति गुप्ता ने दिया था। एक दिन ख्याति ने घर की नौकरानी से सेनेटरी पैड के बारे में बात की, तो उसे इसकी कोई जानकारी ही नहीं थी। ख्याति ने अपने पापा को आइडिया दिया कि हाइजीन को लेकर ऐसी महिलाओं की मदद के लिए कुछ काम करना चाहिए। 17 साल तक निजी कंपनी में बतौर इंजीनियर की नौकरी करने के बाद अरुण गुप्ता ने अब पिछले 7 महीने से खुद को इसी मुहिम के प्रति समर्पित कर दिया है। सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर महिलाओं को उससे जोड़ा। ऐसे सभी शहरों में ग्रुप बनते चले गए। 

फरवरी में 57 शहरों में खोले जाएंगे पैड बैंक
फरवरी में चिह्नित शहरों में पैड बैंक शुरू हो जाएंगे। फरवरी में हिसार, पानीपत, सोनीपत, अम्बाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, भिवानी समेत 57 शहरों में पैड बैंक खोले जाएंगे।

जरूरतमंद महिलाअों को मिलेगा रोजगार
इस फाउंडेशन से जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। इस फाउंडेशन में महिलाएं एक पैड पैकेट अौर अपनी इच्छानुसार कुछ राशि भी जमा कर सकती है। जब फाउंडेशन में फंड पूरा हो जाएगा तो वह सेनेटरी पैड की मेन्यूफैक्चरिंग का काम भी बैंक में शुरू करेंगी। जिससे महिलाअों को रोजगार मिलेगा।

हर शहर में खोला जाएगा मेन ऑफिस
पिंकिश फाउंडेशन देशभर में मासिक धर्म के समय स्वच्छता के संदेश को हर महिला तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। पैड बैंक बनाकर शहर की आर्थिक रूप से सक्षम महिलाओं से पैड कलेक्ट करने का काम करेगा। जिन्हें जरूरतमंद महिलाओं में बांटा जाएगा। हर शहर में मेन ऑफिस खोला जाएगा, जहां पैड जमा और फिर जरूरत के मुताबिक इलाकों में भेजे जाएंगे। सहायक कार्यालय भी बनेंगे, जो पैड जमा करने में मदद करेंगे। 

ऐसे रखा जाएगा पूरा ब्यौरा
अरुण गुप्ता ने बताया कि मोबाइल एप की भी मदद ली जाएगी। इसमें बैंक में कितने पैड कलेक्ट व दान हुए अौर कितनी लड़कियों को फायदा मिला, इसकी जानकारी इसमें पहुंचेगी। इसके साथ ही प्राप्तकर्ता हर महीने उनसे मदद लें, इसके लिए उसे आईडी कार्ड भी दिया जाएगा।