जज्बा हो तो उम्र मायने नहीं रखती, 80 की आयु में संतोष देवी ने दौड़ में जीते गोल्ड मेडल

5/5/2022 1:20:02 PM

भिवानी (अशोक भारद्वाज) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल कहते है कि खेलेगा इंडिया तभी तो बढेगा इंडिया। जहां भिवानी की संतोष देवी ने इन नारे को सार्थक कर दिखाया है। उम्र के जिस पड़ाव में लोग किसी परिजन के सहारे होकर अपनी उम्र काटते है तो वहीं दूसरी तरफ 80 की उम्र पार कर चुकी भिवानी की रहने वाली संतोष देवी युवाओं को मात देते हुए विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक हासिल कर रही हैं। हाल ही में संतोष देवी ने नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दो स्वर्ण एवं एक सिल्वर मेडल जीता हैं। 

बता दें कि संतोष भिवानी के तहसीलदार रविंद्र मलिक की मां है। इस बारे में तहसीलदार की पत्नी ने बताया कि उनकी सास घर में ही रहती है और इस उम्र में आकर वह घर में बैठी-बैठी बोर होने लगी थी। उनके मन में आया कि क्यों ना इन्हें खेल से जोड़ा जाए। हालांकि वे स्वयं भी घर में योग व प्रणायाम करती रहती है। वह उन्हें शुरुआत में स्टेडियम लेकर गई। वहां ओर भी खिलाड़ियों को देखकर वह काफी खुश हुई तो प्रतिदिन उन्हें स्टेडियम ले जाया जाने लगा। 

ललिता मलिक का कहना है कि वह उनके पति यानी कि तहसीलदार भी खिलाड़ी है और क्रिकेट खेलते थे। वह भी कभी खिलाड़ी थी। उनकी बेटी और बेटा भी अब खिलाड़ी है। जब उन्हें मालूम हुआ कि  27 अप्रैल से एक मई तक चेन्नई में खेल है तो उन्होंने अपनी सास का नाम भी दर्ज करवाया। 27 अप्रैल से 1 मई तक आयोजित हुई नेशनल नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उनकी माता संतोष देवी 80 से अधिक आयु वर्ग में खेलते हुए 100 मीटर दौड़ में गोल्ड, 200 मीटर दौड़ में गोल्ड तथा जेवलिन थ्रो में सिल्वर पदक हासिल किया हैं। वे 3 मई को ही वापिस लौटी है। वहीं संतोष देवी का कहना है कि खेल जीवन के लिए जरूरी है और हर व्यक्ति को इससे जुड़ना चहिए। उन्होंने कहा कि 80 वर्ष की उम्र का पड़ाव कर चुकी है लेकिन खेलने की इच्छा आज भी उनके मन में है। 

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Content Writer

Manisha rana