सरकारी रिकॉर्ड में छेड़छाड़ कर गबन के आरोप में सरपंच दो बार दोषी करार, नहीं हुई कोई कार्रवाई(VIDEO)

6/13/2020 5:22:01 PM

ऐलनाबाद (सुरेन्द्र सरदाना): खण्ड के गांव निमला के सरपंच द्वारा गांव में ही नशीले पौधे उखाडऩे के लिए पंचायत खाता में  खर्च राशि 31980 रुपए दर्शाने के लिए सरकारी रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में दो बार दोषी करार दे दिया गया है।

गांव के ही शिकायतकर्ता श्योकर्ण ने बताया कि उनकी शिकायत पर 10 सितंबर 2019 को कार्यकारी अभियन्ता पंचायती राज द्वारा जांच किए जाने पर पाया कि गांव के सरपंच ने एक ही नम्बर के वाउचर के दो मस्ट्रोल तैयार किए गए हैं, जिसमें एक मस्ट्रोल पर किसी भी मिस्त्री व मजदूर के नाम नहीं हैं। जबकि शिकायत के बाद जो दूसरा मस्ट्रोल तैयार किया गया है, उस पर मिस्त्री मजदूर के नाम अंकित कर हस्ताक्षर कर रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ किया जाना पाया गया है। जिसके लिए ग्राम पंचायत सरपंच व सचिव दोनों पूर्ण रूप से दोषी हैं।

यह रिपोर्ट उपायुक्त सिरसा को मिलने पर उपायुक्त ने सरपंच व ग्राम सचिव के खिलाफ कोई करवाई करने से पूर्व हरियाणा पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 51 के तहत दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए अपना पक्ष रखने के लिए उन्हें अपने कार्यलय सिरसा तलब किया। कारण बताओ का लिखित में उत्तर मिलने व उनका पक्ष सुनने पर उपायुक्त सिरसा ने तमाम तथ्यों का अवलोकन करने पर ग्राम पंचायत सरपंच व सचिव को सरकारी रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ करने का दोषी करार दिया तथा उपमंण्डल अधिकारी नागरिक ऐलनाबाद को उक्त मामला में समय पाबंद करते हुए एक महीने के अंदर इसकी नियमित जांच करने व रिपोर्ट प्रेषित करने का आदेश पारित किया।

शिकायतकर्ता श्योकरन ने आज प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि उक्त सरपंच के खिलाफ इसी विषय को ले कर एक वर्ष में तीन बार जांच हो चुकी है और तीनों बार वह दोषी पाया गया है। लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बावजूद भी उस पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं  लाई गई है, चूंकि सरपंच एक उच्च राजनीतिक पहुंच वाला व्यक्ति है। वह सिर्फ अपना सरपंच का कार्यकाल जो अब थोड़ा ही शेष रह गया है को निकालने के लिए येन केन प्रकरेण बार बार जांच करवा रहा है, चूंकि विलम्ब से मिला न्याय महत्वहीन हो जाता है। इसलिए उसकी मांग है कि दोषी सरपंच के खिलाफ अति शीघ्र कानूनी करवाई की जाए। इस बात की मांग को ले कर उन्होंने हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज के नाम भी एक पत्र लिखा है।

Shivam