कैथल की कोऑपरेटिव सोसायटी व बैंकों से हर रोज उजागर हो रहे घोटाले पर घोटाले!

2/19/2024 10:25:27 AM

कैथल (जयपाल रसूलपुर) : पिछले तीन सालों के दौरान जिले की विभिन्न को-ऑपरेटिव सोसायटी व बैंकों में भर्ती के नाम पर खूब धांधली की गई। इन भर्तियों में अधिकारियों द्वारा विभागीय नियमों को दरकिनार कर गलत तरीके से विभिन्न पदों पर कर्मचारियों को नौकरी पर रखा गया। अब तक 337 कर्मचारियों की नियुक्ति में धांधली के आरोप लग चुके है। अधिकारियों की सेटिंग इतनी जबर्दस्त है की स्वयं राज्यमंत्री कमलेश ढांडा द्वारा शिकायत करने के बाद भी इनके ऊपर आज तक कोई कार्रवाई नही हुई। इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं की इनके तार निचे से लेकर ऊपर तक किस तरह जुड़े हुए हैं। 

बता दें कि इनमें सबसे बड़ी भर्ती साल 2021 में कैथल के सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में हुई है। इसमें 231 कर्मचारियों को सरकार द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की भर्ती पर रोक लगाने के दो दिन पहले ही बैक डेट में जॉइनिंग करवाने के आरोप लगे हैं। इसमें युवाओं को सहायक लेखाकार, स्टोर कीपर, क्लर्क, विक्रेता, सेवादार व चौकीदार पदों नियुक्ति किया गया है। ऐसे ही ग्रामीण क्षेत्रों में बनी एक दर्जन के करीब को-ऑपरेटिव सोसायटी में उनके पदाधिकारियों ने अपने निजी और चाहतों को नियुक्ति देकर नौकरी पर रखा है। जबकि नियम के अनुसार कमेटी सदस्य अपने ब्लड रिलेशन में किसी को भर्ती नहीं कर सकते। इसके बावजूद भी अधिकारियों ने सेटिंग कर जिले की विभिन्न को-ऑपरेटिव सोसायटी में भर्ती के नियमों को अनदेखा कर सेकड़ों युवाओं को नियुक्ति दी गई हैं। जिनके प्रतिदिन खुलासे सामने आ रहें हैं।



वहीं भर्तियों में मिल रही धांधली का एक और मामला ढांड को-ऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी से सामने आया है। इसमें शिकायतकर्ता कौशल निवासी क्योड़क ने सीएम विंडो में दी शिकायत में बताया कि दिनांक 26 सितंबर 2023 को ढांड की को-ऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी में भी तीन चहेते युवाओं को गैर कानूनी तरीके से भर्ती किया गया है। 10 नवंबर 2023 को इनकी नौकरी लगने की पुष्टि भी की गई है। जो ड्यूटी भी कर रहे हैं और सैलरी भी ले रहे हैं। 

कौशल के आरोप है कि हैफेड डीएम सुरेश वैद्य व तत्कालीन एआर (असिस्टेंट रजिस्ट्रार सहकारिता विभाग) जितेंद्र कौशिक ने धांधली करते हुए 3 पदों पर युवाओं को भर्ती किया हैं। इनमें जितेंद्र कौशिक पहले ही भ्रष्टाचार के एक मामले में जेल में बंद है तो वहीं राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने हैफेड डीएम सुरेश वैद्य को कैथल नई अनाज मंडी में बनी को-ऑपरेटिव मार्केटिंग कम प्रोसेसिंग सोसायटी में भी 14 युवाओं को फर्जी तरीके से नौकरी पर लगाए जाने के मामले में एम.डी, हैफेड हरियाणा को उन्हें सस्पेंड करने बारे पत्र लिखा गया है। जिसकी जांच मुख्यालय स्तर पर की जा रही है। शिकायतकर्ता कौशल ने मुख्यमंत्री से दोनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और गलत तरीके से नौकरी पर रखे गए युवकों को तुरंत हटाने की मांग की है।

भर्ती के नियम :

1.विभागीय नियम अनुसार कोई भी भर्ती करने से पहले इसकी सूचना सार्वजनिक करनी होती है। जिसमें योग्यता से लेकर आवेदन करने की तारीख, सैलरी समेत कई अहम पहलू लिखे होते हैं। ताकि इससे संबंधित अभ्यर्थी आवेदन कर सके। यह सब डिटेल अखबार में प्रकाशित करानी होती है।

2.ऐसे ही भर्ती से पहले रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसायटी मुख्यालय से इसकी परमिशन लेनी होती है। जिसमें सोसाइटी की तरफ से कर्मचारियों की जरूरत के हिसाब से डिमांड भेजी जाती है। उसी अनुसार मुख्यालय से इसकी परमिशन मिलती है।

3.नियमों अनुसार बोर्ड द्वारा भर्ती करने का पैमाना बनाया जाता है। इसमें कितने लोगों ने आवेदन किया। कितने का आवेदन रद्द कर दिया गया। रद्द किया गया है तो किस कारण किया गया है। इस सभी की जानकारी सूचना बोर्ड पर लगानी होती है, इसमें कैटेगरी रिजर्व करने के साथ ही योग्यता का भी ध्यान रखना होता है।

 

अब जिले की इन को-ऑपरेटिव सोसायटी व बैंकों की भर्तियों में लगे है धांधली के आरोप

खुराना 14
पाई 12
पाडला 10
कुराड़ 06
पूंडरी 02
कौल 04
भूसला 02
मटौर 06
नई अनाज 14
ढांड 03
चीका 06
सेन्ट्रल बैंक 231

मामला अब मेरे संज्ञान में आया है जांच होगी: एम.डी, हैफेड

कैथल में हुई भर्तियों का मामला मेरे संज्ञान में है। उसकी मुख्यालय स्तर पर जांच चल रही है। जो भी सामने आएगा उसका खुलासा किया जाएगा। ढांड के बारे में मुझे अब पता लगा है। इसके बारे में भी जांच कराई जाएगी। यदि गलत हुआ है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी।

 

फर्जी भर्ती की उनके पास करें शिकायत तुरंत होगी कार्रवाई: प्रदीप चौहान

असिस्टेंट रजिस्ट्रार प्रदीप चौहान ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। वह फ़िलहाल ही लिंक ऑफिसर के तौर पर कैथल आए हैं। उनके पास अब तक सी.एम.एस कैथल का मामला आया था। जिसको उन्होंने रद्द करने के लिए डी.आर कुरुक्षेत्र को लिख दिया है। जैसे ही उनके पास जिले की किसी भी सी.एम.एस या सोसायटी का मामला आएगा तो उसपर भी एक्शन लिया जाएगा। जिले का कोई भी नागरिक सोसाइटी व बैंकों में हुए गलत भर्ती की शिकायत उनके फील्ड इंस्पेक्टर व उनके पास कर सकता है, जिस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

Content Writer

Manisha rana