भाटला के अनुसूचित जाति समाज ने आयोग से की न्याय की गुहार

12/4/2018 8:18:28 PM

हिसार(ब्यूरो): गांव भाटला के अनुसूचित जाति समाज के लोगों ने आज राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के क्षेत्रीय निदेशक डॉ राजकुमार चनाना से मिलकर पिछले एक साल से उनके साथ सामाजिक बहिष्कार के चलते हो रहे उत्पीडऩ मामले में न्याय की गुहार लगाई।

पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में समाज के जय भगवान ने आयोग के निदेशक को बताया कि भाटला में पिछले जुलाई 2017 से गांव के शोषित समाज का सामाजिक बहिष्कार चल रहा है तथा इस बारे में सारी वीडियो रिकॉर्डिंग तथा सबूत उन्होंने पुलिस को सौंपे हुए हैं, लेकिन इस मामले में पुलिस खुलकर एक तरफा जातिवादी रवैया अपनाए हुए हैं तथा अदालतों व सरकार को झूठी रिपोर्ट पेश कर सरकार, न्यायपालिका तथा विभिन्न आयोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है।

अनुसूचित जाति समाज से ताल्लुक रखने वाले विकास तथा राजेश ने आयोग के निदेशक को बताया कि उन्होंने पुलिस व हिसार के सत्र न्यायाधीश को उनके सामाजिक बहिष्कार के बारे में अलग-अलग दर्खास्त दी थी, जिस पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं  हुई। हिसार की अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत स्थापित विशेष अदालत के आदेश पर उनकी शिकायतों पर मुकदमें दर्ज हुए भी एक माह से ज्यादा का समय बीत गया है, लेकिन पुलिस ने अभी भी किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। पुलिस के अधिकारी अब भी सामाजिक बहिष्कार के आरोपियों को बचाने में लगे हुए हैं।

गांव भाटला दलित संघर्ष समिति के प्रधान बलवान सिंह ने आयोग को बताया कि इस मामले में पुलिस व भाईचारा कमेटी के सदस्यों ने एक गिरोह बनाया हुआ है तथा इस गिरोह ने मिलकर दलितों के खिलाफ कई झूठे मुकदमे दर्ज किए तथा सामाजिक बहिष्कार की शिकायतों को झूठी रिपोर्ट पेश कर खारिज करने का काम किया।

Shivam