किसान आंदोलन: सरकारी प्रस्ताव की 3 शर्तों पर पेंच, आज बन सकती है बात

12/8/2021 10:21:05 AM

सोनीपत(दीक्षित): संयुक्त किसान मोर्चा व सरकार के बीच बात बनती दिख रही है। मंगलवार को मोर्चा की अहम बैठक शुरू होने से ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय से 6 सूत्रीय प्रस्ताव लेकर कुछ नुमाइंदों ने कुंडली में मोर्चा कमेटी के सभी 5 सदस्यों से गुप्त बैठक की। बैठक के बाद कमेटी सदस्यों ने सभी प्रस्ताव मोर्चा की बैठक में रखे। इनमें से 3 ङ्क्षबदुओं पर किसान नेताओं ने सवाल खड़े करते हुए सरकार से बुधवार तक स्पष्टीकरण मांगा है। मोर्चा ने तय किया कि बुधवार को सरकार के जवाब का इंतजार किया जाएगा और दोपहर 2 बजे फिर से मोर्चा की बैठक कर आगामी निर्णय लिया जाएगा। 

किसान मोर्चा सिंघू बॉर्डर पर बैठक शुरू कर चुका था कि अचानक कमेटी के सदस्यों के पास बातचीत का प्रस्ताव आया। कमेटी के सदस्यों ने सरकारी नुमाइंदों के साथ गुपचुप बैठक की और करीब एक घंटे की बैठक के बाद वे वापस मोर्चा की बैठक में पहुंचे।  यहां पर मोर्चा के नेताओं के सामने सभी प्रस्ताव रखे गए जिस पर किसान नेताओं ने एम.एस.पी. कमेटी, मुकद्दमे वापसी व मुआवजे पर सरकार की शर्तों का विरोध किया और अन्य सभी मुद्दों पर किसानों ने सहमति जताई। कमेटी सदस्य बलबीर सिंह राजेवाल, शिवकुमार कक्का, गुरनाम चढूनी, युद्धवीर सिंह व अशोक धवले ने कहा कि जिन 3 मुद्दों पर पेंच फंसा है उन पर सहमति के बाद ही किसान आंदोलन वापस  लेने बारे विचार करेंगे। सरकार ने अच्छी पहल की है।   

इस बीच किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान संगठन आंदोलन के भविष्य को लेकर आम सहमति पर पहुंच गए हैं क्योंकि उनकी लगभग सभी मांगों को मान लिया गया है, लेकिन निर्णय की औपचारिक घोषणा बुधवार को की जाएगी। एक अन्य किसान नेता और एस.के.एम. के सदस्य ने कहा कि बुधवार को आंदोलन समाप्त होने की संभावना है क्योंकि किसानों की मांगों पर सरकार की ओर से कुछ सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं। 

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Content Writer

Isha