मुख्यमंत्री से लेकर हुड्डा के पैतृक गांव में शराबबंदी पर लगी मोहर

12/2/2019 9:55:07 AM

जींद(जसमेर) : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने जिस तर्ज पर महाराष्ट्र में अपने पैतृक गांव रालेगन सिद्धी में शराबबंदी को लागू करवाया था, उसी तर्ज पर सामाजिक संगठन भारत माता मिशन ने हरियाणा के गांवों में शराबबंदी की मुहिम को सफल बनाने की दिशा में बड़ी पहल की है। इसके तहत मिशन ने प्रदेश के सी.एम. मनोहर लाल के पैतृक गांव बनियानी से लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पैतृक गांव सांघी में ग्राम सभाओं से इन दोनों गांवों में शराब के ठेके नहीं खोले जाने के प्रस्ताव पारित करवाए हैं। 

जींद जिले के जुलाना ब्लाक के 38 गांवों में ग्राम सभाओं से भारत माता मिशन ने अगले साल से शराब के ठेके नहीं खोलने के प्रस्ताव पारित करवाने में कामयाबी हासिल कर ली है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के पैतृक गांव डूमरखां कलां से लेकर पूर्व मंत्री राव दान सिंह के पैतृक गांव प्रहलाद गढ़ से भी मिशन को शराबबंदी के आवेदन की किट हेतु संपर्क साधा गया है। 

शराब से होने वाले नुक्सान बारे लोगों को जागरूक कर रहे हैं वालिंटियर
भारत माता मिशन के वालिंटियर गांव-गांव जाकर लोगों को शराब की बुराईयों और इससे होने वाले आॢथक, सामाजिक व शारीरिक नुक्सान के बारे में बताते हैं। इसमें महिलाओं का पूरा साथ तथा समर्थन मिशन को मिल रहा है। कारण यह है कि शराब का सबसे बुरा असर परिवार की महिलाओं पर पड़ता है। जुलाना के जिन 38 गांवों में ग्राम सभाओं द्वारा शराब का ठेका नहीं खोले जाने के प्रस्ताव पारित किए गए हैं,उन गांवों के 10 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं से उनके वोटर आई.डी. कार्ड आदि की प्रति ली गई है।

शराब ठेका गांव में नहीं खोले जाने को लेकर बकायदा आवेदन किट मिशन ने तैयार करवाई है और इसका पूरा फार्मेट भरा जा रहा है। इसके तहत जुलाना के किनाना, बुआना,गोसाई खेड़ा, गतौली, जैजैवंती, अनूपगढ़ गांवों में पिछले 2 दिनों में शराबबंदी के प्रस्ताव पारित करवाए गए हैं। 

जुलाना से बाहर निकल सी.एम. और नेता प्रतिपक्ष के गांवों में भी पारित करवाए शराबबंदी के प्रस्ताव 
सी.एम. और नेता प्रतिपक्ष के पैतृक गांवों की ग्राम सभाओं से शराब के ठेके नहीं खोले जाने के प्रस्ताव पारित करवाए जाने को लेकर भारत माता मिशन के महंत संजीव नाथ और डा. सुरेंद्र सिंह का कहना है कि इससे सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों का ध्यान गांवों में शराबबंदी लागू करने की तरफ खींचने का प्रयास किया गया है।

डिप्टी सी.एम. दुष्यंत चौटाला से भी मिशन ने आग्रह किया है कि वह गांवों में शराबबंदी लागू करने के वायदे को पूरा करने के लिए काम करें और जिन गांवों में लोग शराब का ठेका नहीं खुलने दें,उन गांवों में किसी भी कीमत पर शराब की अवैध बिक्री नहीं होने दें। उन्होंने कहा कि लोग समझने लगे हैं कि नशे का दूसरा नाम सर्वनाश है। महिलाएं शराबबंदी के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए तैयार हैं। 

विधानसभा चुनाव से पहले ही जुलाना खंड में शराबबंदी विरुद्ध शुरू हुई थी मुहिम 
भारत माता मिशन ने विधानसभा चुनाव से पहले ही जींद जिले के जुलाना खंड में शराबबंदी के खिलाफ बड़ी मुहिम शुरू की थी। इसके लिए सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को जुलाना के बुढाखेड़ा लाठर गांव में बुलाया गया था। अन्ना हजारे ने तब भारत माता मिशन के महंत संजीव नाथ और डा.सुरेंद्र सिंह की मौजूदगी में ग्रामीणों से कहा था कि हरियाणा की पहचान दूध-दही के खाने वाले प्रदेश की है और यह सुनकर बहुत तकलीफ होती है कि इसी प्रदेश के गांवों में शराब की नदियां बह रही हैं।

गांव-गांव में शराब के ठेके खुले हुए हैं। अन्ना हजारे ने तब अपने पैतृक गांव रालेगन सिद्धी में शराबबंदी के माडल की जानकारी ग्रामीणों को दी थी और बताया था कि किस तरह ग्राम सभा से प्रस्ताव पारित करवाकर रालेगन सिद्धी को शराब से मुक्ति दिलवाई गई थी। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की इस बात को मिशन के महंत संजीव नाथ और वालिंटियर डा.सुरेंद्र सिंह ने दिल से लगाया और प्रण लिया कि जुलाना क्षेत्र को शराब जैसी बुराई से मुक्ति दिलवाकर ही रहेंगे।

मिशन के पूरे प्रदेश में 50 हजार और जुलाना में 20 हजार से ज्यादा वाङ्क्षलटियर हैं और इनकी बड़ी फौज के दम पर ही मिशन ने जुलाना के 72 में से 38 गांवों में अब तक शराब के ठेके नहीं खोले जाने के प्रस्ताव ग्राम सभाओं से पारित करवाने में कामयाबी हासिल की है। 

Edited By

vinod kumar