आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन के महापड़ाव का दूसरा दिन, दाेपहर बाद लिया जाएगा निर्णय

2/15/2022 2:29:50 PM

करनाल(ब्यूरो): करनाल में आंगनवाडी वर्कर्स के महापड़ाव का मंगलवार को दूसरा दिन है। रातभर फव्वारा चौक पर डटने के बाद मंगलवार को आगे के आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। दाेपहर बाद शहर में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया जाएगा। प्रदेशभर से पहुंची वर्कर्स अपने साथ करनाल में रुकने का पूरा बंदोबस्त करके आई हैं। अब देखना ये होगा कि कब तक महिलाओं की मांगों को पूरा किया जाएगा।इन आंगनवाड़ी वर्कर्स ने खुले आसमान के नीचे रात गुजारी और अपनी मांगों को लेकर हल्ला बोला, ये महिलाएं अपने छोटे छोटे बच्चों को घर पर छोड़कर सरकार से अपनी मांगें मनवाने के लिए अड़ी हुई हैं।

किरण ने बताया कि हम भिवानी से आए हैं। हम तो बोरियां बिस्तर, पहनने के कपड़े साथ लेकर आएं हैं। जब तक मांग पूरी नहीं होगी तब तक यहीं पर डटे रहेंगे। जिस तरह से किसानों ने अपना आंदोलन किया था उसी तरह से आंदोलन करेंगे। यहीं करनाल में ही डटे रहेंगे। ठंड-बरसात का बंदोबस्त करके आए हैं। बच्चों के फोन आने पर उन्हें बोल दिया अब तो मांग पूरी करवाने के बाद ही लौटेंगे। भिवानी की प्रिया ने कहा कि मांगों को मनवाने के लिए आएं है। किसानों की बेटी-बहनें है। हमारा मेन मुद्दा अर्धश्रमिक का दर्ज दिया जाए। महंगाई भत्ता जारी किया जाए। बरसात-ठंड से डरने वाले नहीं हैं।

ये हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की प्रमुख मांगें

  • वर्कर से सुपरवाइजर के रूप में 50 प्रतिशत की पदोन्नति बिना किसी शर्त के लागू हो।
  • केंद्रों का बढ़ा किराया ग्रामीण क्षेत्र में 2000, कस्बे में 3000 और शहरों में 5000 रुपये मिले।
  • वर्कर और हेल्पर की वर्दी की राशि बढ़ाकर 2000 रुपये की जाए।
  • ईंधन की राशि को बढ़ाया जाए या गैस सिलिंडर विभाग भरवाकर दे।
  • वर्कर और हेल्पर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिले। जब तक दर्जा नहीं मिलता तब तक न्यूनतम वेतन वर्कर को 24 हजार और हेल्पर को 16 हजार रुपये मिले।
  • 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भत्ते की सभी किस्त मानदेय में जोड़कर दें और महंगाई भत्ते का बकाया एरियर भी तुरंत मिले।
  • विभाग बिना मोबाइल फोन और अन्य संसाधन दिए ऑनलाइन काम न करवाए। इस बारे में उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन हो।

Content Writer

Isha