कर्ज में डूबी सीमा ने सरकार को भेजा लीगल नोटिस, माऊंट एवरेस्ट पर की थी फतेह हासिल

7/31/2017 5:34:28 PM

कैथल(जोगिंदर कुंडू):माउंट एवरेस्ट को फतेह करने वाली कैथल के कस्बा सीवन की सीमा गोस्वामी जब घर पहुंची तो मंत्रियों से लेकर सरकार के बड़े नेताअों ने उन्हें नौकरी देने का वायदा किया। लेकिन एक साल बीत जाने पर भी उसे केवल आश्वासन ही मिल रहे हैं। वह नौकरी के लिए मंत्रियों अौर नेताअों के पीछे-पीछे भटक रही है। सीमा ने बताया कि सरकार के आला नेताओं ने उसे सरकारी नौकरी देने के अनेक बार वायदे किए, लेकिन आज तक उन्हें नौकरी नहीं मिली। जिसको लेकर वह सरकार की रैलियों में लगभग सभी बड़े नेताओं को मिल चुकी है। उनके परिवार के लोगों ने उनके माउंट एवरेस्ट पर जाने के लिए बाहर से कर्जा उठाया था जो दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है, जिसको लेकर वह चिंतित है। सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा हरियाणा प्रदेश से ही शुरू किया था। लेकिन जब 2016 में उन्होंने माउंट एवरेस्ट मिशन शुरू किया तो सरकार ने उन्हें कोई मदद नहीं दी।

उल्लेखनीय है कि सीमा माउंट एवरेस्ट मिसन फतेह पर कैथल से 31 मार्च को गई थी। हरियाणा सरकार द्वारा सीमा को 11 लाख रुपए की सहायता राशि भी दी गई थी क्योंकि गरीबी के चलते सीमा को आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ रहा था। इसके अलावा कई सामाजिक संस्थाओं ने भी सीमा की आर्थिक मदद की थी। तब कहीं जाकर सीमा का माउंट एवरेस्ट मिशन फतेह पर जाना संभव हुआ था। मिशन लगभग पूरा होने ही वाला था कि अचानक नेपाल में आए भयंकर भूकंप ने सीमा के अरमानों पर पानी फेर दिया। मिशन को बीच में ही अधूरा छोड़ना पड़ा। सीमा को नेपाल सरकार से दोबारा जाने की परमिशन नहीं मिल पाई। जिसके चलते सीमा को घर वापिस लौटना पड़ा। उसके बाद दोबारा सीमा ने मई 2016 में मिशन की शुरूआत की अौर अपनी मंजिल फतेह की। 

सीमा ने बताया कि उसने हताश होकर सरकार को लीगल नोटिस भेजा है। सीमा ने बताया कि अब भी उसे सरकार से उम्मीद है कि उसके संघर्ष का फल उसे जरुर मिलेगा।