भाजपा-जजपा सरकार में महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं रह गया हरियाणा: सैलजा

8/3/2021 6:17:35 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार में प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ना तो सरकार इस ओर ध्यान दे रही है और पीड़ित महिलाओं की शिकायतों पर तो पुलिस केस ही दर्ज नहीं कर रही। मजबूरन इन महिलाओं को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है और तब जाकर एफआईआर दर्ज होती है। ऐसा ही एक मामला पुन्हाना के एक गांव देखा गया है, जहां एक विवाहिता के साथ गैंगरेप के बाद उसकी मौत हो गई, लेकिन असंवेदनशील सरकार व पुलिस द्वारा तुरंत कोई कार्रवाई नहीं की गई। महिला की मौत के एक माह बाद इस मामले में केस दर्ज हुआ है। इससे साफ है कि सरकार किस प्रकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारी से बच रही है। उन्होंने कहा कि सरकार तुरंत गैंगरेप के आरोपियों को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेजे।

कुमारी सैलजा ने कहा कि एक ओर भाजपा-जजपा सरकार महिलाओं की रक्षा व सुरक्षा का दम भरती है, वहीं दूसरी ओर हालात यह हैं कि प्रदेश में ब्लात्कार, अपहरण, छेड़छाड़ व महिलाओं से स्नेचिंग के केस लगातार बढ़ रहे हैं। पानीपत की एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस तो कुछ कर नहीं पा रही, लेकिन 56 साल की रानी बंसल ने स्वयं ही स्नेचरों से लोहा लेकर अपने गहने बचाए। इससे साफ जाहिर है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का किस प्रकार दीवाला निकला हुआ है और महिलाओं की सुरक्षा में सरकार पूरी तरह से विफल होकर रह गई है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की पुष्टि ये आंकड़े भी कर रहे हैं। हरियाणा में अब तक इस साल सिर्फ छह जिलों में ही महिला उत्पीड़ऩ के 1900 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। जिससे अब महिलाएं घर से बाहर निकलने से भी घबरा रही हैं। उन्होंने कहा कि अकेले गुरूग्राम में महिलाओं पर अत्याचार के मामलों में भारी बढ़ोतरी हुई है। गुरुग्राम में वर्ष 2020 के शुरुआती छह महीनों में जहां महिला अपराध की 338 घटनाएं हुई थी, वर्ष 2021 में इसमें काफी इजाफा हुआ है। इस साल ये घटनाएं बढ़कर 528 हो गई हैं। शुरुआती छह महीनों की अवधि में 190 अपराध की घटनाएं अधिक दर्ज हुई हैं। हर दिन औसतन 3 महिलाएं आपराधिक वारदात का शिकार हो रही हैं।

इसके अलावा फरीदाबाद में जहां 2020 में महिला अपराध के 337 मामले सामने आए थे, वह इस साल बढ़कर 514, नूंह में पिछले साल जहां 128 मामले थे वह बढ़कर 132, झज्जर में पिछले साल 177 मामलों की अपेक्षा इस साल 346, रेवाड़ी में 211 मामले पिछले साथ थे जो अब बढ़कर 227 तथा पलवल में पिछले साल जहां 173 महिला अपराध के मामले थे जो इस साल अब तक 213 तक पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े स्पष्ट दर्शाते हैं कि प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार महिलाओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में पूरी तरह से नाकाम रही है।
 

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Content Writer

Shivam