हरियाणा में अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में पुनः होगा सीरो सर्वे: राजीव अरोड़ा

9/20/2020 11:02:35 AM

चंडीगढ़( चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा है कि अगस्त माह में करवाए गए सीरो सर्वे में 8 प्रतिशत लोगों में कोरोना संक्रमित होने के बाद एंटीबॉडीज बन चुके थे जबकि अब अक्टूबर माह के तीसरे सप्ताह में पुनः सीरो सर्वे करवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन के दौरान मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य  सेवाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने सभी सिविल सर्जन्स की वर्चुअल बैठक ली है। जिसमे फैसला लिया गया है कि होम आईसोलेशन के दौरान मरीजों की मेडिकल टीम की और से दो दिन में एक बार फिजिकली स्वास्थ्य जांच की जाएगी। जिसके लिए हमारी मोबाइल टीमों में भी बढ़ौतरी की जाएगी। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  राजीव अरोड़ा से बातचीत के कुछ अंश। 

प्रश्न- हरियाणा में कोविड के बढ़ते मामलों में जिन कोविड मारिजों घरों में आइसोलेट किया जा रहा है उनकी स्वास्थ्य जांच के लिए किस तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं?
उत्तर-
हरियाणा में होम आइसोलेशन तो तीन माह पहले ही इंट्रोड्यूस कर दी गई थी।उसकी बेसिक कंडीशन यही थी कि जो मरीजी कम सिम्प्टोमैटिक है यां जिन्हें को-मोरबिटी नहीं है । हमारे मेडिकल ऑफिसर्स की और से उन्ही को होम आइसोलेशन के लिए रेफर किया जाता है।जबकि होम आइसोलेशन के लिए मरीज के घर का वैसा इंफ्रास्ट्रक्चर भी होना चाहिए।जिसमे मरीज के लिए अलग से कमरा और उसकी देखभाल के लिए एक व्यक्ति होना चाहिए।लेकिन ज्यादतर यह देखा गया कि होम आइसोलेशन में मरीज की जिस तरह की निजी देखभाल होनी चाहिए उस स्तर पर कई बार नही हो पाती थी।स्वास्थ्य विभाग के लोग मरीज से टेलीफोन से या मरीज के पास एक या दो विजिट ही कर पाते थे।इस व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने भी अधिकारियों की बैठक ली और हमारे सभी सिविल सर्जन्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर हमने एक नया सिस्टम तैयार किया है।जिसमे जो भी होम आइसोलेशन में होंगे, हमारी मेडिकल टीम 2 दिन में एक बार उनकी फिजिकली स्वास्थ्य जांच करेगी।जिसके लिए हमारी मोबाइल टीम्स को बढ़ाया जाएगा।इसमे बकायदा मरीजों का ऑक्सीजन लेवल,सिम्पटम्स, बुखार और ब्लड प्रेशर की जांच होगी।उसकी रोजाना की रिपोर्ट जिला और हेडक्वार्टर लेवल पर भी होगी।

इन सब चीजों के पीछे यही मकसद है कि अगर होम आइसोलेशन में किसी मरीज की तबियत बिगड़ रही है तो उसे समय रहते हॉस्पिटल में लेजाकर उसे जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं दी जा सकें।हम पहले से भी इस अनुसार कार्य कर रहे थे जिसका नतीजा है कि हरियाणा में फटलिटी रेट(मृत्यु दर) इतने मामले बढ़ने के बावजूद भी 1.25 से अब घटते घटते 1.03 तक आ गया है।जबकि केंद्र सरकार की और से भी यही कहा जाता है कि मृत्यु दर को 1और नीचे लेकर आना चाहिए।इसके लिए हम कोशिश करेंगे कि जितना अधिक से अधिक इसमें और सुधार कर सकें। मरीजों की संख्या तो इसलिए भी बढ़ रही है क्योंकि बड़े स्तर पर टेस्टिंग हो रही है।अगस्त में रोजाना 15हजार टेस्ट होते थे जो अब 32हजार रोजाना तक पहुंच गए है।इसलिए  मरीजों की संख्या जितनी भी बड़े लेकिन अगर उन मरीजों का अगर पूरी तरह से इलाज हो जाता है तो इससे मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।

प्रश्न- आजकल एक और चीज देखने को मिली है कि क्रिटिकल मामलो की तादाद भी लगातार बड़ी है?
उत्तर-
बिल्कुल यह बात ठीक है ।क्योंकि जब इतने मरीज होंगे तो अंदाजन 60 से 70प्रतिशत मरीज ही है जो होम आइसोलेशन के लायक होते है।जबकि जो बाकी 30 प्रतिशत है चाहे उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट चाहिए,चाहे उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट चाहिए।वो भी बड़ रही है।इन दिनों पीक टाइम चल रहा है और  हमारे नॉर्थरन जिलो में जो क्रिटिकल केअर फैसिलिटीज हैं उनपर पूरा का पूरा स्ट्रेस चल रहा है।लेकिन हम यह उम्मीद करते है कि 10-15 दिन बाद यहां पर स्टेबलाईज हो जाएगा।

प्रश्न- क्या हम इसको कम्युनिटी स्प्रेडिंग मान सकते हैं?
उत्तर-
कम्युनिटी स्प्रेड के बारे में हमसे काफी लोग पूछ रहे है।जब हमने अगस्त में सीरो सर्वे करवाया तो सितम्बर में उसका नतीजा यही आया कि केवल 8 प्रतिशत लोग अगस्त के माह में पहले पॉजिटिव  होकर ठीक हो चुके है और उनमें एंटीबॉडीज डेवेलोप हो चुके है। दिल्ली में इससे भी पहले जुलाई के माह में सीरो सर्वे करवाया गया था वहां पर 25 प्रतिशत के आसपास ऐसा था। जबकि मुम्बई और चेनई में इसकी कहीं अधिक परसेंटेज आई थी।इसलिए 8 प्रतिशत के आधार पर हरियाणा में ऐसा नही कहा जा सकता कि यहां कम्युनिटी स्प्रेड हुआ है।यह जरूर है कि अगर कुछ जिलों में परसेंटेज हायर है।जिसमे फरीदाबाद,नूह,सोनीपत और गुरुग्राम में थोड़ा अधिक है लेकिन  ओवरआल हमारे 8 प्रतिशत लोग ही है जिनमे एंटीबॉडीज डेवेलोप हो चुके हैं।अभी भी जो पॉजिटिव मरीज आ रहे है उनकी प्रॉपर कांटेक्ट ट्रेसिंग हो रही है।

प्रश्न- सीरो सर्वे पुनः करने का भी कोई विचार है?
उत्तर-
बिल्कुल है, इसका अगला चरण अक्टूबर माह के तीसरे सप्ताह में प्लान किया जा रहा है।

प्रश्न- क्योंकि कोविड का दौर लम्बे समय से चल रहा है और इसके लिए मेडिकल स्टाफ भी लगातार कार्यं कर रहा है ।सिंगल शिफ्ट की बजाय दोहरी शिफ्ट में भी काम किया जा रहा है।मेडीकल स्टाफ को राहत देने यां स्ट्रेस फ्री करने के लिए क्या कोई योजना है?
उत्तर-
आज से कोई चार-पांच माह पहले ही इस बारे में सोचा गया था कि यह महामारी लम्बे समय तक चल सकती है।जिसमे हमने मैनपावर की जरूरत पड़ेगी।तो उसी समय हमने अपने आयुष के डॉक्टर्स और डेंटल डॉक्टर्स को सिविल सर्जन्स के साथ एसोसिएट किया ।इसके अलावा मेडिकल के पोस्ट ग्रेजुएट के छात्र व नर्सिंग के फाइनल ईयर के छात्रों को भी इनके साथ एसोसिएट करने के अलावा स्वास्थ्य विभाग में काफी सारी भर्तियां भी की गई है।इसमे अगर मेडिकल स्टाफ के किसी व्यक्ति को कोविड पॉजिटिव हो गया तो हमारे पास सेकंड लाइन और थर्ड लाइन विकल्प होता है।

प्रश्न-  गुरुग्राम,फरीदाबाद,नूह और सोनिपत में क्या अब स्थिति सामान्य है?
उत्तर-
जो जिले एनसीआर में पड़ते है ।जिनमे खासकर गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में एक सेकंड सेल शुरू हो गया है क्योंकि वे दिल्ली पैटर्न ही फॉलो करते है।लेकिन जब पहली बार वहां पर पीक आई थी तो वहां पर दिल्ली ,फरीदाबाद ,गुरुग्राम और सोनीपत में मृत्यु दर काफी अधिक थी।लेकिन अब मरीजो की संख्या बढ़ने के बावजूद भी मृत्यु दर कम है।

 

प्रश्न- हरियाणा की मृत्यु दर में कमी हुई है क्या?
उत्तर-
हरियाणा में मृत्यु दर जो पहले 1.25 थी अब कम होकर1.03 प्रतिशत तक हो गई है।ऐसी मृत्यु ज्यादा है जो पहले से अन्य बीमारियों से ग्रस्त थे।

 

 

 

 

Isha