दर्जनभर किसानों के करोड़ों रुपए लेकर 2 व्यापारी चम्पत

6/15/2019 9:51:04 AM

चरखी दादरी: नई अनाज मंडी से 2 आढ़़ती क्षेत्र के विभिन्न गांवों के दर्जनभर किसानों के करोड़ों रुपए लेकर चम्पत हो गए। इसके विरोध में पीड़ित किसानों ने मंडी परिसर में जमकर हंगामा करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। इस बीच वरिष्ठ भाजपा नेता सोमबीर सांगवान भी किसानों से मिलने मंडी में पहुंचे और पूरी तरह से किसानों का साथ देने का आश्वासन दिया। वहीं, आरोपी आढ़़तियों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा अपने पैसे दिलाने की मांग को लेकर पीड़ित किसानों ने डी.सी. मुकेश कुमार आहूजा से भी मुलाकात की जिसके बाद डी.सी. ने मामले पर गंभीरता उक्त दोनों आढ़़तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल लाने का आश्वासन दिया। 

शुक्रवार को अनाज मंडी में आढ़तियों को बेची गई फसल के रुपए लेने पहुंचे गांव चरखी, खेड़ी बूरा, मंदौला, मोड़ी, बलकरा, गोठड़ा, मानकावास, गामड़ी मोहल्ला, घसौला, मकड़ाना आदि दर्जन भर गांव के किसानों ने पैसें लेकर चम्पत होने वाले आढ़तियों के खिलाफ जमकर अपना रोष प्रकट किया। मंडी पहुंचे किसान शमशेर, सुखबीर फौजी, दिनेश, अत्तर सिंह, सतीश, सुरेश, महेश, देवेंद्र, जोगेंद्र सहित अन्यों ने कहा कि उन्होंने दादरी अनाज मंडी स्थित किरोड़ी मल रामकुमार ट्रेङ्क्षडग कम्पनी और उसके पार्टनर रोशन लाल, रामनिवास व दादा गोसाई ट्रेङ्क्षडग कम्पनी और उसके पार्टनर मनीष, बजरंग, जगदीश को अपनी फसलें दी थीं।

\\किसानों ने कहा कि उनके खेतों में सरसों का अधिक उत्पादन हुआ था जबकि सरकारी खरीद के अनुसार किसानों की 25 किं्वटल सरसों की ही खरीद की जा रही थी जिसके चलते आढ़़तियों ने खरीद का दोबारा से नम्बर आने पर किसानों की सरसों की खरीद करवाने का झांसा देकर उन्होंने फसल अपनी दुकान पर रखवा ली थी। किसानों की सरसों की सरकारी खरीद नहीं हो पाई उसी का फायदा उठाते हुए आढ़़तियों ने उनके पास रखी किसानों की सरसों को अपने स्तर पर ठिकाने लगाकर अपनी जेब भर ली। बाद में किसानों द्वारा रुपए या उनकी सरसों लौटाने की मांग की गई तो उनकी आज कल के फेर में उलझाकर कई दिन निकाल दिए और उसके बाद एकाएक 12 जून को उक्त व्यापारी चम्पत हो गए। किसानों की बड़ी राशि लेकर व्यापारी के गायब होने की सूचना पाकर उक्त आढ़़तियों के साथ अन्य लेन-देन करने वाले किसानों का मंडी परिसर में जमावड़ा लग गया। मंडी पहुंचने पर जब किसानों ने उनकी दुकानों पर ताले जड़े देखे तो वे सारा माजरा समझ गए। 

किसानों का पुराना हिसाब भी था बकाया
पीड़ित किसानों ने कहा कि आढ़़तियों के साथ उनका पुराना लेन-देन भी था। कई किसानों का 2 से 3 वर्ष की फसलों का हिसाब बकाया था तो कई किसानों ने आढ़़तियों को ब्याज पर नकद रुपए भी दिए थे। कई किसानों की आढ़़तियों मे मोटी रकम बकाया थी। किसानों के अनुसार दिनेश मकड़ाना 8.50 लाख, अत्तर सिंह घसौला 80 किं्वटल सरसों, सतीश चरखी 9.50 लाख, सुरेश खेड़ी बूरा 8 लाख, देवेंद्र मोड़ी 7 लाख रुपए बकाया थे।

आढ़़तियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई : डी.सी.
डी.सी. मुकेश आहूजा ने कहा कि जिले के कुछ गांवों के किसानों ने उनको शिकायत दी है जिसके अनुसार आढ़तियों के पास रखी सरसों बेचकर आढ़़ती अपने स्थान से गायब हैं। उन्होंने कहा कि यह गंभीर विषय है किसानों की शिकायत के आधार पर गंभीरता से विचार करने के बाद न्याय संगत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

Isha