शहीद राममेहर सिंह का आज पैतृक गांव नहीं पहुंचा शव, परिजनों में रोष

4/25/2017 5:36:34 PM

इंद्री (मेनपाल):सुकमा में नक्सलियों के हमले में शहीद हुए करनाल जिले के राममेहर का पार्थिव शरीर अभी तक पैतृक गांव नहीं पहुंच पाया है, जिसके चलते परिवार में रोष की लहर है। उन्होंने दिल्ली से विशेष विमान या हेलीकॉप्टर के जरिए शव जल्दी भेजने की मांग की है। 

शहीद की बेटी बोली-पिता की शहादत पर सबको गर्व 
राममेहर के गांव खेड़ी मान सिंह में मातम पसरा है। शहीद की बेटी लविशा हौसले के साथ अपने पिता की शहादत पर गर्व महसूस कर रही है। लविशा कहती हैं कि बेटा सन्नी सदमे में है, लेकिन पिता की शहादत पर सबको गर्व है।

हालांकि शव पहुंचने में हो रही देरी ने सब्र के पैमाने को छलका दिया है। सेना द्वारा बनाए गए रूट से रिश्तेदार और परिजन नाराज है।

उनका कहना है कि राममेहर के शव को दिल्ली से विशेष विमान के जरिए करनाल हवाई पट्टी पर पहुंचाया जाए या फिर हेलीकॉप्टर के जरिए गांव में पहुंचाया जाए।

सरकार से बार-बार यही गुहार लगाई जा रही है।