दिसंबर में बनकर तैयार हो जाएगा अंबाला में बन रहा शहीदी स्मारक

6/11/2022 11:18:11 PM

अंबाला/चंडीगढ़(धरणी): छावनी में 22 एकड़ भूमि पर लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे आजादी की पहली लड़ाई के शहीदी स्मारक के शीघ्र संचालन हेतु मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ अमित अग्रवाल ने इतिहासकारों की समिति के साथ बैठक की। डॉ अमित अग्रवाल ने शहीदी स्मारक स्थल का अवलोकन भी किया और कहा कि इस भव्य स्मारक का उद्घाटन दिसंबर माह के दूसरे या तीसरे सप्ताह में किया जाएगा। यह स्मारक विशेष तौर पर 1857 की क्रांति और शहीदों की याद में बनाया जा रहा है, जिससे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी।

हरियाणा के अंबाला में बन रहा आजादी की पहली लड़ाई का शहीदी स्मारक वर्ष 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के वीरों द्वारा दिखाए गए अदम्य साहस की गाथा को दर्शाएगा। हरियाणा में हुए संघर्षों, लडाईयों व घटनाओं को इस शहीदी स्मारक के संग्रहालय में विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। अंबाला में स्थापित किए जा रहे 'आजादी की पहली लड़ाई का शहीदी स्मारक' के संग्रहालय में प्रदर्शित किए जाने वाले ऐतिहासिक तथ्यों की सत्यापन व पुष्टी प्रक्रिया के संदर्भ में समिति के सदस्यों के साथ विस्तार पूर्वक विचार-विमर्श किया गया।

शहीदी स्मारक के निर्माण कार्यों का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव

डॉ अमित अग्रवाल ने कहा कि ऐतिहासिक विवरणों को बेहतर रूप से प्रस्तुत व प्रदर्शित किए जाने की दिशा में इस संग्रहालय को अत्याधुनिक तकनीकों से युक्त बनाया जाएगा, ताकि न केवल हरियाणावासी बल्कि देश व दुनिया से आने वाले लोगों को भी प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा की भूमिका की संपूर्ण जानकारी मिल सके। डॉ अग्रवाल ने ऐतिहासिक विवरणों को संग्रहालय में प्रभावी व आकर्षक रूप से प्रदर्शित किए जाने की दिशा में वर्तमान में संग्रहालयों में प्रयोग हो रही आधुनिक तकनीकों को उपयोग किए जाने की प्रक्रिया पर भी परामर्शदाताओं के साथ विचार-विमर्श किया।

अंबाला में 22 एकड़ में बन रहा है 'आजादी की पहली लड़ाई का भव्य शहीदी स्मारक'

उल्लेखनीय है कि हरियाणा के अंबाला में 22 एकड़ क्षेत्र में 300 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किए जा रहे 'आजादी की पहली लड़ाई का शहीदी स्मारक' का लगभग 80 प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। वर्ष 1857 में हुए भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम  के दौरान हुए संघर्षों,लडाईयों व घटनाओं को प्रदर्शित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों के उपयोग से युक्त एक संग्रहालय स्थापित किया जा रहा है। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की घटनाओं को सही रूप में प्रस्तुत किए जाने की दिशा में दृश्य,श्रव्य,ध्वनि व प्रकाश आदि की अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

Content Writer

Vivek Rai