शेफाली साउथ-अफ्रीका के खिलाफ लगाएगी चौके-छक्के , भारतीय महिला क्रिकेट में हुई सिलेक्शन

9/6/2019 11:09:56 PM


रोहतक(दीपक भारद्वाज): रोहतक की 15 वर्षीय शेफाली छोटी सी उम्र में साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज में चौके-छक्के लगाती नजर आएगी। गरीब परिवार से नाता रखने वाली शेफाली को भारतीय महिला क्रिकेट टीम में चुना गया है। शेफाली दाएं हाथ की बल्लेबाज है। वह क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर को अपना आइकॉन मानती है। बचपन में सचिन को देखने की जिद्द में उनके पिता ने पुलिस के डंडे तक खाए है। बेटी की कामयाबी पर पूरा परिवार खुश है। शेफाली ने इसका श्रेय अपने परिवार के सदस्यों को दिया है। 

वीरवार को को साउथ-अफ्रीका के साथ होने वाली आगामी वनडे और टी 20 इंटरनेशनल सीरीज के लिए टीम का ऐलान किया। इसमे टी-20 टीम के लिए रोहतक की 15 वर्षीय शेफाली वर्मा का सिलेक्शन हुआ है। शेफाली का कहना है कि उनकी इस कामयाबी के पीछे परिवार का हाथ है। जिसके चलते ये सब संभव हो पाया। उन्होंने कहा ऐसे माहौल में जहां लड़कियों को स्कूल भेजने में भी परिवार कतराते है। ऐसे में घर वालों ने उसे बाहर खेलने के लिए भेजा। वहीं रोहतक से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके जोगिंद्र शर्मा को शेफाली जानती तक नहीं। उन्होंने कहा कि कभी जोगिंद्र शर्मा का नाम नहीं सुना।

वहीं शेफाली के पिता ने कहा कि शेफाल सचिन तेंदुलकर को अपना आइकॉन मानती है। उन्होंने एक किस्सा बताते हुए कहा कि 2013 में सचिन तेंदुलकर रणजी मैच खेलने के लिए रोहतक आए थे और शेफाली ने उन्हें देखने की जिद्द की तो स्टेडियम की टिकट लेने के लिए लाइन में लगना पड़ा और बढ़ती भीड़ को देखकर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। शेफाली ने स्टेडियम के अंदर भीड़ देखकर सवाल पूछा था कि क्या वह भी इस मैदान पर क्रिकेट खेलेगी। उन्होंने कहा कि शेफाली का यह सपना पूरा हो गया है।

उन्होंने कहा कि शेफाली 8 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेल रही है और शुरू में वह टेनिस की बॉल से क्रिकेट खेलती थी। वहीं शेफाली की मां ने कहा कि बेटी की सेहत का पूरा ध्यान रखा जाता है और उन्हें चने और बादाम खाने को दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि कभी सोचा भी नहीं था कि घर की बेटी इतने बड़े मुकाम तक पहुंच जाएगी।  

Shivam