मेन बाजार में वाहन लगाने के सिस्टम को लेकर दुकानदार दोफाड़ , प्रदर्शन कर जताया रोष

8/25/2019 11:38:44 AM

रतिया (झंडई): शहर के मेन बाजार की सड़क के बीच दोपहिया वाहन लगाने के सिस्टम को लेकर एक बार फिर शहर के दुकानदार 2 पक्षों में बंट गए हैं।  जिसके चलते जहां दुकानदारों के एक पक्ष ने यातायात पुलिस के जिला इंचार्ज को विभाग द्वारा शुरू की गई उपरोक्त व्यवस्था को नियमित रखने के लिए ज्ञापन दिया है, वहीं दूसरी तरफ अनेक दुकानदारों ने यातायात पुलिस की व्यवस्था के विरोध में अपनी-अपनी दुकानें बंद कर मुख्य मेन बाजार में ही जाम लगा दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। 

उपरोक्त दुकानदारों ने आज उस समय विरोध प्रदर्शन किया जब यातायात पुलिस के जिला इंचार्ज रामधन नंदा भारी पुलिस बल सहित भगत सिंह चौक से एक दिन पहले हटाए गए पोल को गुलाब ज्वैलर्स के समीप लगा रहे थे तो एकाएक दुकानदार भड़क उठे और उन्होंने विरोधस्वरूप अपनी दुकानें बंद कर दीं। इस दौरान दुकानदारों ने यातायात पुलिस के जिला इंचार्ज पर तुगलकी फरमान जारी करने के भी आरोप लगाए। प्रदर्शन के दौरान एक दुकानदार लवली की हालत भी बिगड़ गई जिसके चलते मौके पर ही एम्बुलैंस गाड़ी बुलानी पड़ी और दुकानदार को अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ा। 

हालांकि आज भी भगत सिंह चौक से लेकर रोहतक क्लाथ हाऊस तक के दुकानदारों ने यातायात पुलिस इंचार्ज को सड़क के बीचों-बीच दोपहिया वाहन रोकने के सिस्टम को सुचारू रखने के पक्ष में ज्ञापन दिया, लेकिन गुलाब ज्वैलर्स से लेकर सीनियर सैकेंडरी स्कूल तक के दुकानदारों ने इस सिस्टम का खुलकर विरोध किया। इसका विरोध कर रहे दुकानदारों में शामिल सतीश सरदाना, विकास ग्रोवर, विकास ठकराल, मोनू, लवली, अश्वनी, हैप्पी व अन्य दुकानदारों ने बताया कि एक दिन पहले ही यातायात पुलिस इंचार्ज ने दुकानदारों का आश्वस्त किया था कि बाजार में जो भी बीचों-बीच बाइक खड़े हैं उन्हें कल हटा दिया जाएगा, लेकिन आज उन्होंने आश्वासन के बावजूद बाइक हटाने की बजाय सड़क के बीचों-बीच लोहे के पोल और लगाने के आदेश दे दिए।

 उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था के चलते शहर के मेन बाजार के दुकानदारों के व्यवसाय पर न केवल प्रभाव पड़ा है, बल्कि आपदा स्थिति के तहत कोई भी बड़ी अनहोनी घटना भी घट सकती है। उन्होंने बताया कि इस समस्या को लेकर वे पिछले कई दिनों से तहसीलदार से लेकर उपायुक्त व पुलिस कप्तान तक के अधिकारियों को ज्ञापन भी दे चुके हैं, लेकिन उसके बावजूद भी इस व्यवस्था को ठीक नहीं किया गया है। 

उन्होंने यातायात के नियमों का पक्ष रखते हुए कहा कि मेन बाजार को वन-वे किया जाए और बाजार में होमगार्डों की तैनाती करने के साथ-साथ बड़े वाहनों की पार्किंग पशु अस्पताल में की जाए। विरोध कर रहे दुकानदारों ने कहा कि अगर पुलिस अधिकारी ने अपने तुगली फरमान को वापस न लिया तो उन्हें मजबूरन अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा। इस मामले को लेकर पुलिस व दुकानदारों के बीच काफी नोक-झोंक भी हुई और मामला पूरे दिन ही तनावपूर्ण स्थिति में रहा। समाचार लिखे जाने तक इस मामले को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों को शहर थाना में बुलाया गया था।

Isha