भजनलाल की पुण्यतिथि पर सिद्धार्थ बिश्नोई ने राजनीति में रखा कदम

6/3/2018 8:52:25 PM

पंचकूला (धरणी): हरियाणा के दिवंगत नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल की सातवीं पुण्यतिथि पर उनके पोते व पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्र मोहन के बेटे सिद्धार्थ बिश्नोई की पंचकूला में राजनैतिक लांचिंग हुई। इस मौके पर चन्द्र मोहन, उनकी पत्नी सीमा बिश्नोई व सिद्धार्थ की पत्नी सताक्षी बिश्नोई के इलावा पंचकूला के सैंकड़ों लोग मौजूद थे।

सिद्धार्थ ने राजनीति में प्रवेश करते ही पहला भाषण अत्यंत सधे शब्दों में दिया व कहा कि पंचकूला उन्हें अत्यंत प्रिय था। पंचकूला को जिला बनाने ,माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड, शिवालिक विकास बोर्ड की स्थापना करने का श्रेय उनके दादा जी को जाता है। हरियाणा के अधिकांश सरकारी दफ्तरों की स्थापना पंचकूला खोले क्योंकि आवश्यकता पडऩे पर पंचकूला को हरियाणा की राजधानी बनाया जा सके। उनके व्यक्तित्व और राजनीतिक पकड़ की वजह से आज देश प्रदेश में उनको याद किया जा रहा है। चौधरी भजनलाल हरियाणा पर 11 साल, 9 महीने और 22 दिन तक राज कर चुके हैं। उनके परिवार से 1968 से लेकर साल 2014 तक लोकसभा के 7 चुनाव, विधानसभा के 21 चुनाव और राज्यसभा का 1 चुनाव लड़ा।

सिद्धार्थ बिश्नोई ने कहा की चाहे एसवाईएल के निर्माण का मामला हो या फिर प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ को पंजाब को सौंपने का फैसला प्रदेश के हितों से जुड़े अहम मसले पर चौ. भजनलाल ने हरियाणा की वकालत पूरे दमदार तरीके से की। प्रदेश की प्यासी जनता की समस्या को दूर करने के लिए 9 अप्रैल, 1982 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से कपूरी गांव में कस्सी चलवाकर एस वाई एल की खुदाई का कार्य शुरू करवाना उनकी दूरदर्शिता थी। एसवाईएल के निर्माण का 98 प्रतिशत कार्य अपने कार्यकाल में पूरा करवाकर तथा अदालतों में दमदार तरीके से हरियाणा की पैरवी कर उन्होंने इस मसले पर पूरी संजीदगी दिखाई। इस अवसर पर सिद्धार्थ ने पंजाबी सभा को भवन के निर्माण के लिए एक लाख की राशि भी दी।

Shivam