ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों की आखों पर पड़ रहे दुष्प्रभाव, मिल रही कई शिकायतें

6/1/2020 10:18:30 AM

फरीदाबाद (सुधीर राघव) : वैश्विक महामारी को लेकर तालाबंदी जारी है। इस अवधि में शिक्षक संस्थानों ने ऑनलाइन पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था तो शुरु कर दी लेकिन इसका दुष्प्रभाव छात्रों की आंखों पर पड़ रहा है। इसके अलावा शिक्षक की ओर से व्हाट्सएप के माध्यम से मोबाइल और कम्प्यूटर पर भेजे गए होम वर्क को पूरा करने में लगे रहते है। मोबाइल और कम्प्यूटर पर भेजे गए होम वर्क को पूरा करने में लगे रहते है। मोबाइल और कम्प्यूटर पर चार से पांच घंटे लगातार पढ़ाई कर विद्यार्थियों में कम्प्यूटर विजन सिंड्रोम की शिकायतें बढ़ती जा रही है।

इससे छात्रों की आखों में सूखापन, जलन, सिर में भारीपन और सिरदर्द की शिकायतें लगातार बढ़ रही है। फोर्टिस एस्कोटर्स अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ अरविंद कुमार का कहना है कि इस प्रकार की समस्या को लेकर रोजाना आठ से 10 मरीज अस्पताल आ रहे है। वहीं बीके अस्पताल में भी रोजाना पांच से छह मरीजों के आने का सिलसिसा जारी है। शिक्षण संस्थानों में तालाबंदी हटने के बाद भी छात्रों के बीच शारीरिक दूरी बनाए रखने का मापदंड बनाए रखना स्कूल संचालक के लिए आसान नहीं होगा।

इसलिए शिक्षा के क्षेत्र में आए इस बड़े बदलाव में शिक्षण संस्थानों को सुरक्षित ऑनलाइन शैक्षणिक पद्धति के माध्यम क्लास कराया जा रहा है। इससे स्कूली छात्र के शिकार हो रहे है। नेत्र रोग विशेषज्ञ के अनुसार अधिक देर तक कम्प्यूटर और मोबाइल पर काम करने से आंख का सूख जाना, लाल होना, धुंधलापन दिखाई देना, जलन शुरु होने लगती है। पिछले कुछ दिनों से निजी अस्पताल के ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या में वृद्धि हो गई है।

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Manisha rana