हरियाणा में आगामी चुनाव एक साथ लड़ेंगी इनेलो और बसपा, अभय चौटाला ने किया एेलान

4/18/2018 4:11:03 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा में इनेलो और बीएसपी के गठबंधन की चर्चाएं पर अंकुश लगाते हुए इनेलो नेता अभय चौटाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन का एेलान किया है। अब हरियाणा में इनेलो अौर बसपा आगामी विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेगी। इस मौके पर इनेलो प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, बीएसपी प्रांतीय अध्यक्ष प्रकाश भारती मौजूद थे।

बसपा का इनेलो से दूसरी बार गठबंधन हुआ है। उल्लेखनीय है कि हरियाणा में इनेलो व बसपा के बीच गठबंधन की बात कोई नई नहीं है। दोनों दलों के बीच 1998 में भी गठबंधन हुआ था और तब इनेलो बसपा के बीच क्रमश: 6-4 पर समझौता हुआ था। यानि छह सीटों पर इनेलो व चार सीटों पर बसपा ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। इनेलो ने छह में चार सीटें जीतीं थी, जबकि बसपा को चार में से सिर्फ एक सीट पर ही विजय हासिल हुई थी। इनेलो व बीजेपी में गठबंधन होने पर 1999 में इनेलो ने बीएसपी से किनारा कर लिया था।

हरियाणा का इतिहास गवाह है इनेलो आज तक बिना गठबंधन के सत्ता में कभी भी नहीं आई। इनेलो का ज्यादातर राजनीतिक गठबंधन अतीत में होता रहा है। 2014 में इनेलो व बीजेपी ने 90 सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़े। इनेलो चुनावों से पहले गठबंधन करके वोट प्रतिशत में इजाफा करने का जबरदस्त दावा खेल गई है।इस गठबंधन से कांग्रेस व बीजेपी का सिरदर्द अब बढ़ेगा।
 
वर्ष 2019 के लोकसभा व विधानसभा चुनावों में इनेलो व बीएसपी में गठबंधन अपने तेवर दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। इनेलो में पहले भी दलित व पिछड़ी जाति के विधायकों की संख्या कम नहीं है। मिशन 2019 के लिए इनेलो-बीएसपी गठबंधन राजनीतिक तौर पर एक ताकत न बने के लिए अब दूसरे दल भी पेंटरेबाजियों में लगेंगे। विधानसभा के चुनावों को एक साल का समय बचा है लेकिन विभिन्न राजनीतिक दलों ने चुनावी बिसात पर अपनी गोटियां बिछाने का काम अभी से शुरू कर दिया है। पिछले 14 साल से सत्ता का बनवास काट रहे हरियाणा के मुख्य विपक्षी व क्षेत्रीय दल इंडियन नेशनल लोकदल ने सत्ता में वापसी की राह तलाशने के लिए बीएसपी की बैसाखी का सहारा लिया है।

2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा - 33.20%, कांग्रेस को -20.58%, इनेलो-24.73%, अौर बसपा-4.37% वोट मिले थे। इनेलो को सभी जातियों का सांझा मंच दिखने के लिए अभय चौटाला ने कड़ी मुशक्कत लगातार की है। इनेलो मुस्लिम, ब्राह्मण व बनाया वर्ग की वोटों में भी पूरी सेंधमारी की कोशिश में है।   जातीय समीकरणों के आधार पर राजनीतिक गणित में इनेलो अपने खाते में हरियाणा के अंदर 30 प्रतिशत व बीएसपी के खाते में 20 प्रतिशत वोट मानकर चल रही है। इस गणना में इनेलो मानती है कि अगर 40 प्रतिशत मत भी उन्हें पड़ जाएं तो सत्ता मिल जाएगी। दोनों दलों के प्रमुख मायावती और ओमप्रकाश चौटाला के बीच इस बारे में बातचीत हो चुकी थी। 
  
अभय चौटाला ने कहा है कि बीजेपी मुक्त हरियाणा को बनाने के लिए बीएसपी से लोकसभा व विधानसभा दोनों चुनावों के लिए गठबंधन किए। कांग्रेस मुक्त तो हरियाणा व पूरा देश 2014 में हो चुका है। इनेलो व बीएसपी में किसकी सीटें कम होंगी अौर किसकी ज्यादा , यह मुद्दा नहीं है। हम थर्ड फ्रंट देश में मायावती के नेतृत्व में बनाएंगे।

दलित पिछड़ा अौर किसान बनाएंगे नई पहचान नारा दिया
चौटाला ने कहा कि यह गठबंधन राजनीतिक के साथ साथ सामाजिक भी है। देश में जब भी कोई बदलाव हुअा तो उसकी नींव हरियाणा में पड़ी। उन्होंने नारा दिया कि दलित पिछड़ा अौर किसान बनाएंगे नई पहचान। मायावती गैर बीजेपी व गैर कांग्रेसी नेताअों से बातचीत कर थर्ड फ्रंट बनाए। हम उनके साथ हैं। हमारा गठबंधन एक भाई बहन के रक्षाबंधन जैसा गठबंधन है। सीटों की चर्चा हम लोकसभा व विधानसभा चुनावों से पूर्व ही करेंगे।  

बीएसपी के प्रभारी नार्थ जॉन डॉक्टर मेघराज ने कहा कि हरियाणा में जनता त्राहिमाम कर रही है। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। मायावती के आदेशों व स्वीकृत्ति के उपरांत बीएसपी ने इनेलो से गठबंधन किया है अौर समझौता नए परिणाम लाएगा। लोकसभा व विधानसभा चुनावों में यह गठबंधन रहेगा। इसका लाभ दोनों पार्टियों को मिलेगा।अब हरियाणा में अन्य सभी दलों का सूपड़ा साफ होगा। मायावती को पीएम बनाना हमारा लक्ष्य है। बीएसपी के इकलौते विधायक टेक चन्द शर्मा के इस प्रेस कांफ्रेंस में नदारद रहने पर मेघराज ने कहा कि उन्होंने बीएसपी कार्यकर्त्तायों की अनदेखी की है इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

Nisha Bhardwaj