हरियाणा के बेटे ने पैरा एशियाई खेलों में जेवलिन थ्रो में जीता सिल्वर पदक

10/16/2018 1:29:59 PM

सोनीपत (पवन राठी): मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है, परों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। यह बात महलाना के अमित ने सिद्ध करके दिखा दी है। सोनीपत के गांव महलाना निवासी अमित बल्यान ने इंडोनेशिया के जकार्ता में पैरा एशियाड में जैवलिन थ्रो में सिल्वर पदक जीता है।

इसके बाद जब वे वापस लौट कर अपने गांव में पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। गांववासियों ने फूलमाला पहना कर और ढोल बजाते हुए उनका स्वागत किया। परिजनों ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनके बेटे ने देश और प्रदेश में उनका नाम रोशन किया और आगे भी ऐसे ही करता रहेगा। अमित 2006 में अपनी बहन के घर जा रहा था। तभी उसकी कार का एक्सीडेंट हो गया और रीढ़ की हड्डी टूट गई। इस वजह से उसके दोनों पैर बेकार हो गए। फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और खेलों में सक्रियता बनाए रखी। 4 साल की कड़ी मेहनत के बाद आखिर उन्हें जैवलिन थ्रो में जोरदार सफलता मिली। 

अमित का कहना है कि इंसान को कभी भी किसी मायने में अपने आप को कमजोर नहीं समझना चाहिए। बस थोड़ी मेहनत और हिममत की जरूरत होती है। आदमी हर मुकाम हासिल कर सकता है। अमित ने कहा कि वह आगे भी इसी तरह मेहनत करते रहेंगे, ताकि खेलों में और भी सफलता हासिल कर सकें। 

Rakhi Yadav